Sep 8, 2024
POLITICAL NEWS

भाजपा-कांग्रेस की जीत व हार के क्या कारण रहे। जानिए ..

HP Assembly By Election Result: Congress won two seats and BJP won one seat in the by-election, know the reasoन्यूज़ देशआदेश चैनल फॉलो करें
जानिए उपचुनाव में भाजपा-कांग्रेस की जीत व हार के क्या कारण रहे…

वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के करीब डेढ़ साल बाद तीन निर्दलियों ने इस्तीफे के 40 दिन बाद उपचुनाव हुए। भाजपा ने तीनों निर्दलियों को उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया। पूरे उपचुनाव के दौरान सीएम सुखविंद्र सुक्खू व कांग्रेस पार्टी ने जनबल बनाम धनबल का मुद्दा बनाया। सीएम सुक्खू देहरा व अन्य चुनाव क्षेत्रों में बार-बार जनबल जीतेगा, धनबल हारेगा का नारा देते रहे जोकि प्रभावी रहा।

निर्दलियों के इस्तीफे को जनता से धोखा बताया। हाल ही में हुए उपचुनाव के नतीजों का असर भी इस उपचुनाव में देखने को मिला। यही वजह रही कि देहरा में सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने भाजपा के होशियार सिंह को 9,399 मतों के अंतर से पराजित किया।

हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में कांटे की टक्कर के बीच भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा ने जीत जरूर दर्ज की लेकिन मार्जन बहुत कम रहा। उन्होंने कड़े मुकाबले में कांग्रेस के डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा को 1571 मतों से हराया। आशीष की जीत में सांसद अनुराग ठाकुर का योगदान अहम माना जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री का ज्यादा फोकस देहरा पर रहा और गृह जिले में उनकी हार हुई।

नालागढ़ में कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा ने भाजपा से केएल ठाकुर को  8,990 मतों से हराया। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय जीते केएल ठाकुर के इस्तीफे से लोगों में रोष भी इसकी एक वजह माना जा रहा है। वहीं स्व. पूर्व विधायक हरिनारायण सैणी के भतीजे हरप्रीत सिंह ने कांग्रेस और भाजपा के सियासी समीकरण उलझा दिए। सैणी ने भाजपा से बागी होकर बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और 13,025 वोट हासिल किए। ये भी भाजपा की हार का प्रमुख कारण रहा।

उपचुनाव में कांग्रेस दो, भाजपा एक सीट पर जीती, जानें जीत-हार के कारण

हिमाचल प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित हो चुके हैं। नालागढ़ सीट से कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा, देहरा से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने जीत दर्ज की है। वहीं हमीरपुर सीट से भाजपा के आशीष शर्मा ने उपचुनाव जीता है। उपचुनाव नतीजों के बाद अब विधानसभा में विधायकों की संख्या फिर 68 हो गई है। कांग्रेस के पास अब 40 विधायक हो गए हैं।
वहीं भाजपा के विधायकों की संख्या 28 हो गई है। उपचुनाव में कांग्रेस ने जहां दोनों सीटें काफी अंतर से जीतीं, वहीं भाजपा ने एक सीट कांटे की टक्कर के बाद जीती।
चुनाव नतीजों ने बेनकाब किए भाजपा के सरकार गिराने के षडयंत्र : अवस्थी
 प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव में दो सीटों पर मिली शानदार जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए मतदाताओं का आभार प्रकट किया है।
उन्होंने कहा कि इस जीत से साबित हो गया है कि प्रदेश के लोग कांग्रेस सरकार के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं। इस जीत का श्रेय मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में सभी मंत्रियों, वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को जाता है।
कहा कि प्रदेश में भाजपा अपने षड्यंत्रों से पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है। प्रदेश पर विधानसभा उपचुनाव थोपकर भाजपा ने जो गुनाह किया है उसे इसके लिए अब प्रदेश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।

संजय अवस्थी ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि चुनावों के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल व अन्य नेता जिस प्रकार से निम्न स्तर की राजनीति कर लोगों को गुमराह करने का असफल प्रयास करते रहे वह बहुत ही निंदनीय था।
उन्होंने कहा कि इन उपचुनाव के परिणामों के बाद एक ओर जहां मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू राजनीतिक तौर पर बहुत मजबूत हुए हैं, वहीं प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या भी 40 हो गई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जो हिमाचल में कांग्रेस मुक्त सरकार बनाने और पूर्ण बहुमत वाली सरकार को सत्ता से बाहर करने का दावा करते रहे, आज उनके ही गृह जिला सोलन में पांचों विधानसभा क्षेत्र से भाजपा मुक्त हो गई है।