शादी करवाने का झांसा देता था गिरोह
हिमाचलवाली रहें सावधान! फर्जी दुल्हन समेत पांच गिरफ्तार

फर्जी शादी कर गहने और नकदी लेकर भागने वाली दुल्हन के मामले में नगरोटा बगवां में पुलिस ने एक गिरोह को गिरफ्तार किया है। इसमें फर्जी दुल्हन समेत तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। तीन आरोपी पंजाब के हैं, जबकि एक महिला और एक पुरुष हिमाचल के रहने वाले हैं। गिरोह जिला कांगड़ा के युवकों की पंजाब की युवतियों के साथ शादी करवाकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देता था। अगस्त में पटियालकड़ क्षेत्र के एक युवक से शादी करने के बाद आरोपी युवती 20 दिन बाद ही गहने लेकर भाग गई थी। शनिवार को आरोपी फिर से लड़की की सुजानपुर में शादी करवाने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान पीड़ितों ने इन्हें पकड़कर पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में इस तरह ठगी का शिकार हुए तीन व्यक्ति पुलिस के सामने आए हैं। उन्होंने लिखित शिकायत दी कि गिरोह यहां के लड़कों की पंजाब की लड़कियों से शादियां करवाता था और कुछ दिन बाद लड़कियां घर से गहने आदि लेकर फरार हो जाती थीं। हालांकि, ऐसे मामलों की संख्या अधिक हो सकती है। पुलिस ने पीड़ित व्यक्तियों की लिखित शिकायत पर शनिवार सुबह पंजाब नंबर की एक गाड़ी में सवार कुछ महिलाओं, एक चालक और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि इनमें से एक लड़की वह भी है, जिसने अगस्त में पटियालकड़ गांव के एक लड़के से शादी की थी और लगभग 20 दिन के बाद कुछ गहने लेकर भाग गई थी। उन्होंने बताया कि ऐसे 3-4 लड़के और भी हैं, जिनके साथ यह घटना पूर्व में हो चुकी है। वहीं, जांच में सामने आया है कि इस गिरोह में लुधियाना, फिरोजपुर और जालंधर की लड़कियां भी शामिल हैं। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच के दौरान जिनके नाम सामने आएंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली में पिछले दिनों हुए आतंकी हमले के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। प्रदेश पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सभी जिलों के थाना क्षेत्रों में पुलिस ने सघन निरीक्षण अभियान शुरू कर दिया है। होटल, होम स्टे, बेड एंड ब्रेकफास्ट और गेस्ट हाउस में ठहरे पर्यटकों व अन्य व्यक्तियों के पंजीकरण रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। साथ ही संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि बिना वैध पहचानपत्र और उचित पंजीकरण के किसी भी व्यक्ति को ठहरने की अनुमति न दी जाए।
पुलिस ठहरने वाले लोगों के पहचानपत्र का भी निरीक्षण कर रही है, जिससे संदिग्धों की जानकारी मिल सके। कई स्थानों पर पुलिस ने रजिस्टरों में अनियमितताएं पाए जाने पर चेतावनी भी जारी की है। अधिकारियों का कहना है कि कई होटल संचालक अब भी ऑनलाइन पंजीकरण या सी-फॉर्म भरने में लापरवाही बरत रहे हैं, जो सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है। पुलिस ने होटल मालिकों को निर्देश दिए हैं कि संदिग्ध गतिविधि और फर्जी आईडी प्रयोग करने वालों की तत्काल पुलिस को जानकारी दी जाए।
पुलिस साइबर सेल भी ऑनलाइन बुकिंग और डाटा वेरिफिकेशन कर रहा है। आतंकी हमलों के खतरे को देखते हुए बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की विशेष निगरानी की जा रही है। प्रदेश पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी ने प्रदेश के लोगों से भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना देने की अपील की है।

