सांसद-विधायक समूचे गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा दिए जाने की मांग केंद्र सरकार से कराएं पूरी
सांसद-विधायक समूचे गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा दिए जाने की मांग केंद्र सरकार से कराएं पूरी
पांच दशक पुरानी जनजातीय दर्जा दिलाने की मांग विस चुनाव 2022 से पहले पूरी नहीं की तो वोट भी नहीं:मंच
देश आदेश सिरमौर
जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के तीन लाख लोगों के अधिकार की आवाज विधानसभा में उठाएं सिरमौर के मंत्री व विधायक जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र की चार विधानसभाओं के करीब तीन लाख लोगों की हाटी को जनजाति व समूचे गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा दिए जाने की मांग पांच दशक पुरानी है।
भाजपा ने इस मुद्दे को पूरा करने का वादा अनेकों बार सार्वजनिक मंचों व अपने घोषणा पत्रों में किया है। लेकिन आज जब केंद्र व राज्य दोनों में भाजपा की सरकारें है तब भी इसे पूरा नहीं किया जा रहा है। जिसे लेकर अब क्षेत्र के युवाओं में रोष बढ़ता जा रहा है।
सिरमौर युवा मंच व हाटी समुदाय ने अब सिरमौर जिला के मंत्री और विधायकों को इस मुद्दे पर घेरने की रणनीति बना ली है। आज तक वोट बैंक के लिए इस्तेमाल हुआ हाटी समुदाय अब नेताओं को दो टूक कह रहा हैं कि यदि इस बार विधानसभा चुनाव से पहले उनकी मांग पूरी नहीं कि गई तो अनदेखी करने वाले जनप्रतिनिधियों को वोट भी नहीं दिए जायेंगे।
जिला सिरमौर युवा विकास मंच ने जिला सिरमौर के सभी चुने हुए विधायकों से गिरिपार के तीन लाख लोगों के हक की आवाज को विधान सभा के शीतकालीन सत्र में सरकार के समक्ष प्रभावी ढंग से उठाने की मांग की है और केंद्र सरकार से इसे पूरा करवाने के लिए कोई ठोस कदम उठाने की मांग की है।
मंच के पदाधिकारी प्रदीप सिंह सिंगटा, श्याम सिंह चौहान, अतर सिंह तोमर, विपिन पुंडीर, ओमप्रकाश शर्मा, खजान सिंह ठाकुर, कपिल कपूर व सुनील ठाकुर ने यहां जारी प्रेस बयान में कहा कि सिरमौर जिला के सभी विधायक एकजुट होकर पांच दशकों से लटकी इस मांग को सरकार के सामने उठाए और राज्य सरकार से मांग करें कि इस मुद्दे को शीघ्र ही केंद्र सरकार से हल करवाएं।
इन्होंने कहा कि पांवटा के विधायक और ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी, शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान, पच्छाद की विधायक रीना कश्यप, रेणुका के विधायक विनय कुमार तथा नाहन के विधायक डाॅ राजीव बिंदल और खाद्य आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर जैसे सभी नेताओं को तीन लाख लोगों की आवाज को विधानसभा और उसके बाहर उठाना चाहिए, ताकि जनता की चिरकालिक मांग पूरी हो सके।
मंच ने गिरिपार की समस्त जनता से भी
आह्वान किया है जो नेता विधानसभा और लोकसभा में तीन लाख हाटी समुदाय के लोगों की आवाज को नहीं उठा रहे है, उन सभी नेताओं को आगामी चुनावों में वोट न दे। ऐसे नेताओं को जनता सबक सिखाने के लिए तैयार रहे। वोट बैंक के लिए जनता का इस्तेमाल अब नही होगा।
अब आर-पार की लड़ाई अपने हक के लिए लड़ी जाएगी। मंच ने नारा दिया कि ”हक नहीं तो- वोट नहीं” को जन जन तक पहुंचाया जाएगा और आगामी विधानसभा चुनाव में आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
Originally posted 2021-12-09 20:20:39.