हवा-पानी में कोरोना वायरस का पता लगाएगा सीआरआई
CRI Kasauli: हवा-पानी में कोरोना वायरस का पता लगाएगा सीआरआई कसौली
न्यूज़ देशआदेश
सीआरआई कसौली पर्यावरण (हवा) में कोरोना वायरस के फैलने का पता लगाएगा। इसके लिए सीआरआई में पर्यावरण निगरानी केंद्र बनाया गया है।
केंद्रीय अनुसंधान संस्थान (सीआरआई) कसौली पर्यावरण (हवा) में कोरोना वायरस के फैलने का पता लगाएगा। इसके लिए सीआरआई में पर्यावरण निगरानी केंद्र बनाया गया है। यह देश का पहला सर्विलांस सेंटर होगा, जिसमें कोरोना वायरस की पर्यावरण में मौजूदगी का पता लग सकेगा। इसके लिए देशभर से टेस्टिंग के लिए सीवेज के सैंपल लाए जाएंगे। इसे लेकर संस्थान में कार्य शुरू हो गया है। सीआरआई में सीवेज के सैंपलों की जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि कोरोना वायरस पर्यावरण में मौजूद है या नहीं है। टेस्टिंग से जो डाटा उपलब्ध होगा, वह कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए मददगार भी होगा।
वैज्ञानिकों की हुई नियुक्ति
डब्ल्यूएचओ व आईसीएमआर के साथ मिलकर संस्थान शोध कार्य करने जा रहा है। इस शोध की रिपोर्ट तैयार कर भेजी जाएगी। केंद्र सीवेज के सैंपलों का परीक्षण कर पर्यावरण में कोरोना वायरस का पता लगाएगा। इसे लेकर प्राथमिक कार्य पूरा कर लिया गया है और संबंधित नियुक्तियां भी कर ली हैं। -डॉ. यशवंत कुमार, सहायक निदेशक एवं पीआरओ, सीआरआई