भाई दूज पर ही क्यों बंद होते हैं केदारनाथ धाम के कपाट?
Kedarnath Dham: भाई दूज पर ही क्यों बंद होते हैं केदारनाथ धाम के कपाट? महाभारत और पांडवों से जुड़ी है मान्यता
न्यूज़ देशआदेश
भाई दूज के मौके पर शीतकाल के लिए भगवान केदारनाथ धाम के कपाट गुरुवार सुबह 8:30 बजे बंद किए जाएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि केदारनाथ धाम के कपाट भाई दूज के मौके पर ही क्यों बंद होते हैं? नहीं तो चलिए जानते हैं कि इसकी क्या मान्यता है। दरअसल, केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की मान्यता महाभारत और पांडवों से जुड़ी है।
साथ ही स्वयंभू ज्योतिर्लिंग को समाधि रूप देते हुए भष्म से ढक दिया जाएगा। इस मौके पर बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति का श्रृंगार कर चल विग्रह उत्सव डोली में विराजमान किया जाएगा।
अन्य धार्मिक औपचारिकताओं को पूरा करते हुए प्रशासन व बीकेटीसी के अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर के कपाट बंद कर चाभी एसडीएम ऊखीमठ को सौंप दी जाएगी।