सिरमौर में 33 प्रत्याशियों के नामांकन सही, दो के रद्द और कुछ वापिस लेने की तैयारी में
सिरमौर में 33 प्रत्याशियों के नामांकन सही, दो के रद्द और कुछ वापिस लेने की तैयारी में
पांवटा क्षेत्र में ये आजाद प्रत्याशी नहीं दिखा पाए कोई खास शक्ति प्रदर्शन
न्यूज़ देशआदेश
विधानसभा चुनाव को लेकर दाखिल नामांकन पत्रों की जांच के दौरान जिला सिरमौर में दो प्रत्याशियों के नामांकन रद्द हो गए हैं, जबकि, 33 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र सही पाए गए। अब जिले में इतने ही उम्मीदवार चुनावी मैदान में रह गए हैं। लेकिन जन समर्थन न मिल पाने से कुछ और नामांकन वापिस लेने के संकेत भी दे गए।
वीरवार को जिले के पांचों विधानसभा हलकों में नामांकन पत्रों की जांच की गई। इस दौरान पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी राकेश कुमार का नामांकन रद्द किया गया। बताया जा रहा है कि प्रत्याशी ने फार्म बी में 55-पच्छाद की जगह 50-अर्की लिखा था। लिहाजा, इस नामांकन पत्र को रद्द कर दिया।
इसी तरह रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र के दलीप सिंह का नामांकन भी रद्द किया गया है। वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे थे।
छंटनी के दौरान उनके नामांकन में शपथ पत्र आधा अधूरा था। इसके लिए सहायक निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें नोटिस देकर उसे दूसरा शपथ पत्र दाखिल करने के लिए भी कहा था, जो उन्होंने नहीं सौंपा। इसके साथ-साथ निर्दलीय प्रत्याशी के नामांकन के दौरान 10 सदस्यों का प्रपोजर जरूरी था, लेकिन उनके नामांकन में नौ लोगों के नाम शामिल थे।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त सिरमौर रामकुमार गौतम ने बताया कि 55-विधानसभा क्षेत्र पच्छाद (अ.जा.) में 8 नामांकन पत्र, 56-नाहन में 7, 57-श्रीरेणुका जी (अ.जा.) में 5, 58-पांवटा साहिब में 11 और 59-शिलाई में 4 प्रत्याशियों की ओर से नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। इनमें 33 नामांकन पत्र सही पाए गए हैं।
पच्छाद और श्री रेणुकाजी में एक-एक नामांकन पत्र रद्द हुआ है।
वहीं पांवटा विस्-58 से कांग्रेस पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेने तथा वहां भी AAP पार्टी से टिकट न मिल पाने से आम आदमी पार्टी को छोडकर अंततः आजाद उम्मीदवार मैदान में उतरे सरदार अनिंदर सिंह नॉटी की यहां भी मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही।
ये प्रत्याशी अभीतक नहीं दिखा पाए शक्ति प्रदर्शन
निर्दलीय प्रत्याशी की बात करें तो रामेश्वर शर्मा, अनिन्दर सिंह नौटी तथा शमशेर अली अभी तक शक्ति प्रदर्शन, रैली जैसी कोई खास जन समर्थन भी जुटा पाई। जबकि अन्य निर्दलीय प्रत्याशी रोशन लाल चौधरी, मनीष तोमर तथा सुनील चौधरी तीनों नामांकन दाखिल करते वक्त दमदार शक्ति प्रदर्शन दिखा चुके है।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल भी हुई, जिसमें नॉटी की ओर से सभी चुनावीं नेताओं को खुलेमंच पर डिबेट में आने पर ओपन चैलेंज किया गया। फिर भी जनता का कोई खास समर्थन उनके पक्ष में नहीं दिख रहा।
उन्होंने वीरवार को प्रेस वार्ता में कहा कि इस बार विकास की बात कोई नहीं करता बल्कि एक दूसरे को निपटाने में लगे है। उन्होंने अपील की है कि आजाद प्रत्याशी एक हो जाएं।
सूत्रों की माने तो इस बार भाजपा और कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी भी बिना शर्त किसी भी प्रत्याशी को बिठाना नहीं चाह रही। जनता भी चाह रही कि बार-2 की टर-टर करने वालो ने जब नामांकन भर दिया तो चुनाव जरूर लड़ना चाहिए। पता भी चले कि कौन आपका और कौन नहीं।