कृषि: हिमाचल में 2015 रुपये क्विंटल बिकेगा गेहूं
कृषि: हिमाचल में 2015 रुपये क्विंटल बिकेगा गेहूं
हिमाचल प्रदेश मार्केटिंग बोर्ड के प्रबंध निदेशक: वर्ष 2022-23 के लिए तय हुए गेहूं, चना और सरसों के खरीद मूल्य
न्यूज़ देश आदेश शिमला
केंद्र सरकार हिमाचल में मंडियों को ढांचागत मजबूती प्रदान करने में मदद करेगी। प्रदेश में वर्तमान में कुल 63 मंडियों में किसानों की फसलें बेची जा रही हैं। सरकार किसानों को घरों के पास मंडियां विकसित करने के लिए 15 और नई मंडियों का निर्माण करेगी।
हिमाचल के किसानों को वर्ष 2022-23 के लिए गेहूं खरीद मूल्य पहले 1975 प्रति क्विंटल था, जो अब 40 रुपये बढ़कर 2015 रुपये हो गया है। इसी तरह से पहले चना 5100 रुपये प्रति क्विंटल था और यह 130 रुपये बढ़ने के बाद अब 5230 रुपये हो गया है।
सरसों के खरीद मूल्य में 400 रुपये की वृद्धि हुई है और अब सरसों 5050 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है, जबकि पहले यह 4650 रुपये प्रति क्विंटल था। केंद्र सरकार के फैसले के बाद प्रदेश में मंडियों को ढांचागत मजबूती प्रदान की जा सकेगी। प्रदेश में 19 मंडियां ई-नाम से जोड़ी गई हैं और अन्य मंडियों में भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
हिमाचल प्रदेश मार्केटिंग बोर्ड के प्रबंध निदेशक नरेश ठाकुर कहते हैं कि प्रदेश सरकार के पहले मंडियों को मजबूत बनाने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। बैंक देखेंगे कि प्रोजेक्ट का कितना फायदा किसानों को मिलेगा और इसे देखते हुए प्रोजेक्ट मंजूर होगा। उनका कहना है कि गेहूं, चना और सरसों के खरीद मूल्य वर्ष 2022-23 के लिए तय हुए हैं। प्रदेश में पिछले सीजन में 1.30 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद की गई थी।
Originally posted 2021-09-09 00:47:53.