Sep 16, 2024
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बांगरण पुल: 5 जून के इंतजार की हो गई इंतहा…दुश्वारियां लांघ रहे लोग:नाथूराम

बांगरण पुल: 5 जून के इंतजार की हो गई इंतहा…दुश्वारियां लांघ रहे लोग:नाथूराम

नाथूराम: चलो बांगरन पुल…भ्रष्ट नींद से जगाने आज 3 जून को बांगरण पुल पर धरना प्रदर्शन की बारी

देशआदेश

गिरी नदी पर बने बांगरण पुल के पुनर्मुरम्मत के बाद आवाजाही शुरू करने के इंतजार में लोगों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। दो पहिया वाहनों से लोग पुल पार कर रहे हैं और बड़े व भारी वाहनों को मानपुर देवड़ा-नवादा होते हुए 7-8 किलोमीटर का चक्कर लगाकर आना-जाना पड़ रहा है।

बता दे कि गिरी नदी पर बना पुल पिछले कई वर्षों से हिचकोले खाने लग रहा था। दोनों ओर की रैलिंग टूटना, टारिंग उखाड़ने व सरिया तथा पिलर में काफी खामियां नजर आ रही थी, को लेकर करीब सवा करोड़ रुपये की लागत से जनवरी माह पहले इसका फिर से पुनर्निर्माण कराया जा रहा है।

आधार भूत संरचना की मजबूती परखने के लिए लोक निर्माण विभाग ने नामी कंपनी को पुल मुरम्मत का ठेका दिया, लेकिन वेल मुरम्मत व काम पूरा न कर पाने से पुल पर वाहनों का आवागमन शुरू नहीं हो सका है।

मजबूरन भारी वाहनों व रोडवेज बसों के लिए मानपुर देवड़ा होते हुए करीब 7-8 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगा कर जाना पड़ता है। वहीं ट्रैक्टर-ट्रॉली भी इतना ही घूमकर नवादा होते हुए पांवटा पहुंचती हैं। इससे चालकों को अतिरिक्त डीजल का खर्च वहन करना पड़ता है।
पिछले तीन दिनों से बांगरण पुल में दिनभर जाम की स्थिति रहती है।

दरअसल एक तरफ पुल मुरम्मत का काम चल रहा है, वहीं दूसरी ओर से दो पहिया वाहनों का गुजरना लगा रहता है। इसके अलावा लोगों को दिक्कत उठानी पड़ती है।

 

क्षेत्र की आवाज बुलंद करने वाले नाथूराम चौहान ने बांगरण पुल को लेकर धरना प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है 3 जून को वह बागरण पुल पर धरना प्रदर्शन के लिए बैठेंगे।

उन्होंने गिरी पार क्षेत्र के लाखों लोगों की आवाज बन कर धरना प्रदर्शन करने का फैसला किया है उन्होंने कहा कि पिछले 6 महीनों से बांगरण पुल भ्रष्टाचार रिपेयर की भेंट चढ़ चुका है समझ से परे है कि आखिर विभाग के अधिकारी एक छोटे से पुल पर ऐसी क्या रिपेयर कर रहे हैं कि 6 माह बाद भी वह चल रही है।

 

 

उधर, थाना पुरुवाला के अतिरिक्त एसएचओ प्रताप सिंह ने कहा कि संभावित गिरी नदी का जलस्तर घट-बढ़ को देखते हुए राहत व बचाव कार्य के लिए जवान पहले से ही तैनात किए हुए है। किस को भी गिरी नदी की ओर नहीं जाने दिया जा रहा है।

नदी के साथ प्रभावित होने वाले गांवों के निवासियों से भी हमारा सीधा संवाद रहेगा।

 

उधर, लोनिवि के अधिशासी अभियंता दलीप तोमर ने पुष्टि करते हुए कहा कि सवा करोड़ की लागत से बांगरण पुल मुरम्मत का काम चला हुआ है।  पुल संवारने वाली कंपनी ने जनवरी में कार्य शुरू किया। बीच-बीच मे बारिश की दखल भी कई बार झेलने को मिली।

फिर भी
पुल में कोई तकनीकी खामियां न रह जाये के लिए मौके की पॉजिटिव रिपोर्ट अहम मानी जा रही है। जिला उपायुक्त के निर्देशानुसार 5 जून तक पुल पर आवागमन शुरू हो जाएगा