बीपीएल परिवार का बोर्ड लगाने की शर्म से नाम कटवाने लगे लोग
दो दशक पूर्व हुआ था बीपीएल सर्वे,
कई अमीर लोग आज भी जुड़े
अब परिषद लगा रहा है घरों के बाहर बीपीएल का बोर्ड
देशआदेश
नगर परिषद के बीपीएल परिवारों के घरों के बाहर बोर्ड पर नाम लिखने के फैसले का असर दिखने लगा है।
नप क्षेत्र में कई लोगों ने घरों के आगे बीपीएल का बोर्ड लगने के डर व शर्म से अपना नाम बीपीएल परिवार से वापस लेने के लिए आवेदन भेजा है।
वहीं कुछ लोग अब बाहर की बजाए अंदर नाम लिखने का अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं। नालागढ़ में 226 परिवार बीपीएल में आते हैं।
गौर रहे कि नगर परिषद ने बैठक में प्रस्ताव पारित करके बीपीएल परिवार के बोर्ड बना कर उनके घर के आगे लगाने की योजना बनाई है।
जिस पर अभी तक सात वार्डों के 160 परिवारों को बोर्ड लगाने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जबकि दो वार्डों में अभी लगने बाकी है।
लेकिन बोर्ड लगाने से कई लोग इंकार कर रहे हैं। इसी डर से पांच परिवारों ने नगर परिषद को अपने नाम बीपीएल परिवार से हटाने का लिखित में आवेदन किया है।
वहीं अधिकांश लोग बोर्ड लगाने से हिचकिचा रहे हैं और घर के बाहर लगाने की जगह अंदर को लगाने की मांग कर रहे हैं।
बीपीएल परिवार का सर्वे 2005 में हुआ था। ऐसे में अब कई परिवार ऐसे हैं जिनके पास पांच-पांच ट्रक हैं लेकिन सर्वे न होने से अभी भी बीपीएल परिवार में हैं।
जो लोग वास्तव में इसके पात्र हैं वह सर्वे न होने के कारण इस सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
वहीं पात्र लोगों ने दोबारा से सर्वे करने की मांग उठा रहे हैं।
उधर, नगर परिषद के ईओ आरएस वर्मा ने बताया कि पांच लोगों ने उन्हें अपना नाम बीपीएल से हटाने के लिए लिखित में दिया है। जिस पर जल्द ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। किसी भी व्यक्ति के घर के अंदर बोर्ड नहीं लगेगा। सभी के बोर्ड घर के बाहर ही लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि 160 परिवारों के बोर्ड लग चुके हैं और जल्द ही शेष परिवारो के घर के बाहर बीपीएल के बोर्ड लगा दिए जाएंगे।