शिमला में पीएम मोदी के तरकश से निकले कई तीर, आठ साल की उपलब्धियों से विरोधियों पर वार
Garib kalyan Sammelan: शिमला में पीएम मोदी के तरकश से निकले कई तीर, आठ साल की उपलब्धियों से विरोधियों पर वार
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रिज मैदान शिमला में हुए गरीब कल्याण सम्मेलन में मोदी के तरकश से विरोधियों को बींधने के लिए कई तीर निकले। अपने नेतृत्व की केंद्र सरकार के आठ साल पूरे होने पर हुए इस कार्यक्रम में मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर नाम लिए बगैर खूब तंज कसे।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के रिज मैदान शिमला में हुए गरीब कल्याण सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तरकश से विरोधियों को बींधने के लिए कई तीर निकले। अपने नेतृत्व की केंद्र सरकार के आठ साल पूरे होने पर हुए इस कार्यक्रम में मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर नाम लिए बगैर खूब तंज कसे। पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब में कांग्रेस के चित होने के बाद हिमाचल में बने चुनावी माहौल के बीच मोदी यहां आक्रामक दिखे।
चार महीने बाद हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। यहां कांग्रेस दशकों से चले आ रहे बदलाव के ट्रेंड के आसरे सत्ता में लौटने को आतुर है। मोदी ने हिमाचल में भी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की तर्ज पर मिशन रिपीट को लक्षित कर यह राष्ट्रीय कार्यक्रम यहां रखवाया। उन्होंने केंद्र सरकार की आठ साल की उपलब्धियों के मंत्र पढ़कर विरोधियों पर वार किया। वह लोगों का आह्वान करते रहे कि वे आठ साल पहले के वक्त को याद कर आज से तुलना करें।
हिमाचल प्रदेश को अपनी कर्मभूमि, देवभूमि, वीरभूमि और पुण्यभूमि की संज्ञा देते हुए मोदी ने कहा कि वह यहां से लोक कल्याण के अपने संकल्प को दोहराते हैं। उन्होंने 2014 के पहले को लूट-खसूट का कालखंड बताया। गरीबों के लिए भेजा पैसा बिचौलियों की जेब में जाने का तर्क दिया। साथ ही डीबीटी जैसी योजनाओं से सीधा जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने की मौजूदा प्रणाली की खूबी बताई।
मोदी ने हिमाचल के हर परिवार के किसी न किसी व्यक्ति के सेना में होने पर गर्व करते हुए हिमाचलियों की नब्ज पकड़ी। सैन्य परिवारों से भी भेदभाव का मामला उठाते हुए कहा कि लद्दाख से सेवानिवृत्त एक पूर्व सैनिक को उनकी सरकार के आने के बाद पक्का मकान मिलता है। उन्होंने वन रैंक वन पेंशन का एरियर भी चार दशकों तक पूर्व सैनिक परिवारों को एरियर न देने के मुद्दे पर भी पिछली सरकारों की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाई। विपक्ष पर केवल वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया।