Sep 8, 2024
HIMACHAL

60 दिन के कारगिल युद्ध में हिमाचल के 52 जवानों ने पाई शहादत

Kargil Vijay Diwas: 60 दिन के कारगिल युद्ध में हिमाचल के 52 जवानों ने पाई शहादत, दिलाया वीरभूमि का गौरव

न्यूज़ देशआदेश हिप्र

 

कारगिल युद्ध के 24 साल बाद भी देश के जांबाज जवानों की वीरता देशभक्ति का जज्बा भर देती है। 25 मई से 26 जुलाई 1999 तक हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में 60 दिन में हिमाचल के 52 रणबांकुरों ने शहादत पाई थी।

देश की मिट्टी का एक जर्रा भी दुश्मनों को नहीं ले जाने दिया। देवभूमि के नाम से विख्यात हिमाचल प्रदेश को वीरभूमि का गौरव दिलाया।

कारगिल में कांगड़ा जिले के सबसे अधिक 15 जवान शहीद हुए थे। मंडी जिले से 10, हमीरपुर के आठ, बिलासपुर के सात, शिमला से चार, ऊना से दो, सोलन और सिरमौर से दो-दो जबकि चंबा और कुल्लू जिले से एक-एक जवान शहीद हुआ।

अदम्य वीरता और शौर्य के लिए चार परमवीर चक्र दिए थे, जिसमें से दो हिमाचल के जवानों ने पाए। पालमपुर के कैप्टन विक्रम बतरा (मरणोपरांत) और बिलासपुर के संजय कुमार को सर्वाेच्च सम्मान मिला।

इसके अलावा हिमाचल के सपूतों को दो अशोक चक्र, 10 महावीर चक्र, 18 कीर्ति चक्र, 51 वीर चक्र, 89 शौर्य चक्र और 985 अन्य मेडल मिले हैं।

ब्रिगेडियर (सेवानिवृत) खुशाल ठाकुर के नेतृत्व में 23 जुलाई को 18 ग्रेनेडियर ने टाइगर हिल पर तिरंगा फहराया था। इस यूनिट को राष्ट्रपति ने 52 वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया था।