मानसून की दस्तक, मूसलाधार बारिश से भारी नुकसान, दर्जनों सड़कें बंद,
मानसून की दस्तक, मूसलाधार बारिश से भारी नुकसान, दर्जनों सड़कें बंद, पानी का भी संकट
देशआदेश
मूसलाधार बारिश के बीच मानसून ने हिमाचल प्रदेश में प्रवेश कर लिया है। शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक शिमला के साथ प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश हुई।
जगह-जगह मलबा गिरने से प्रदेश में 40 छोटी-बड़ी सड़कें बंद हो गई हैं। 93 बिजली ट्रांसफार्मर ठप होने और पेयजल परियोजनाओं में गाद भरने से कई क्षेत्रों में बिजली-पानी का संकट हो गया है।
भूस्खलन से राजधानी शिमला सहित कई जगह दर्जनों छोटे-बड़े वाहन दब गए हैं। घरों में भी बारिश का पानी घुसा है। जोगिंद्रनगर के समखेतर में बाढ़ से सड़क बह गई है।
दो दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट
रविवार और सोमवार को प्रदेश के सभी क्षेत्रों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। शनिवार को सूबे में बारिश नहीं हुई। शिमला सहित कई जगह हल्के बादल छाए रहने के साथ धूप खिली।
भारी बारिश से बंद मार्गों के चलते कुल्लू जिला में जगह-जगह 200 वाहन फंस गए हैं। मंडी जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
डैहर पावर हाउस के निकट सतलुज में बुजुर्ग समेत 18 बकरियां बह गईं। बुजुर्ग की तलाश जारी है। वहीं, डयोढ़ के पास भूस्खलन से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। धर्मपुर में हाथी रा बाहल के सरी गांव में बाइक और टैक्सी बह गई।
मानसून सीजन सामान्य रहने के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि प्रदेश में इस बार मानसून सामान्य रहने के आसार हैं। शिमला, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा जिला के अधिकांश क्षेत्रों में 27 जून तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। सितंबर अंत तक मानसून सक्रिय रहेगा।