जीवन में कामयाबी के लिए दृढ़ संकल्प और मेहनत का कोई विकल्प नहीं : मुख्यमंत्री
जीवन में कामयाबी के लिए दृढ़ संकल्प और मेहनत का कोई विकल्प नहीं : मुख्यमंत्री शूलिनी विवि में कुल 2360 विद्यार्थियों को बांटी डिग्रियां
भाभी ने देवर पर लगाया मारपीट का आरोप
न्यूज़ देशआदेश।
शूलिनी विवि में आयोजित दीक्षांत समारोह में 2360 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर 63 पीएचडी डिग्री और 77 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से सम्मानित भी किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है, यहां से निकल कर अनेक व्यक्तित्व देश-विदेश में प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।
शूलिनी विश्वविद्यालय में चल रहे 400 शोध कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के विद्यार्थियों ने 1300 पेंटेट हासिल किए हैं, जो उनकी मेहनत और दृढ़ निश्चय का प्रतीक है।
सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में कामयाबी के लिए दृढ़संकल्प और मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने शूलिनी विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ इमर्जिंग टेक्नोलॉजी का भी उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि शूलिनी विश्वविद्यालय का एक अपना स्थान है और उनकी रैंकिंग में लगातार सुधार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि देशभर की सभी निजी और सरकारी विवि की रैंकिंग में 73वां स्थान शूलिनी विश्वविद्यालय का है जो की एक गौरव का विषय है।
वहीं इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनी राम शांडिल ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में अनाथ बच्चों की देखरेख के लिए कानून बनाने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य बना है।
इस कानून के तहत 27 वर्ष तक अनाथ बच्चों की देख-रेख और उन्हें शिक्षा प्रदान करने का दायित्व प्रदेश सरकार का है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आई आपदा के दौरान मुख्यमंत्री ने आगे बढ़ कर नेतृत्व करते हुए प्रभावितों की हरसंभव मदद की।
इससे पहले शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति पीके खोसला ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत किया और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी व संजय अवस्थी, विधायक विनोद सुल्तानपुरी, जोगिंद्रा बैंक के चेयरमैन मुकेश शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार, महासचिव सुरेंद्र सेठी, उपायुक्त मनमोहन शर्मा, एसपी गौरव सिंह सहित समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने छात्राओं से प्रश्र पूछा कि मैं किस विषय में पीएचडी हुं।
संबोधन के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से प्रश्न पूछा कि मैं किस विषय में पीएचडी हुं, लेकिन कोई जवाब न मिलने पर उन्होंने संबोधन के अंत में मजाकिया अंदाज में अपने प्रश्र का जवाब देते हुआ कहा कि मैंने राजनीति में पीएचडी की है, पूरे हिंदुस्तान में हिमाचल प्रदेश विवि के छात्रों का परचम है।
देश में तीन ही बड़ी राजनैतिक पार्टियां है, इसमें कांग्रेस से आंनद शर्मा, भाजपा से जेपी नड्डा ने और माकपा से राकेश सिंघा ने पूरे हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व किया है। जोकि हमारे लिए गौरव की बात है।
चुनाव हारने के बाद चुना गया था कांग्रेस अध्यक्ष
मुख्मंत्री ने कहा कि मेरे घर से कोई राजनीति में नहीं था ऐसे में अगर किसी के घर से कोई ऐसा सदस्य न हो तो उसे राजनीति में अपने भविष्य की चिंता रहती है।
उन्होंने कहा कि मैं कभी मंत्री तक नहीं रहा। कॉलेज में जाते ही मुझे सीआर चुना गया था। उसके बाद मैने कभी भी सरकारी नौकरी के बारे में नहीं सोचा, हालांकि मेरा सफर मुश्किल था, मैं भगवान से प्राथना करता था कि मुझे अगली बार मंत्री के घर पैदा करना ताकि में ही आसानी से राजनीति में आ सकु, मगर मैंने चुनाव लड़े एक बार चुनाव हारा तो मुझे कांग्रेस का अध्यक्ष चुन लिया गया था। उस समय में सबसे युवा अध्यक्ष रहा।
उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्य मंत्री बना तो कई नेताओं ने पूछा की आपके साथ अधिकारी कैसे चलेंगे जब आपको अनुभव नहीं है। लेकिन मैं सभी अधिकारियों को साथ लेकर चला और आपदा के समय में सबसे बेहतर कार्य करके दिखाया है।
गिरिपार क्षेत्र की छौऊ बौगर पंचायत में एक महिला ने अपने देवर पर रास्ता रोककर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
छौऊ बौगर पंचायत की महिला ने रेणुका थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि उसका देवर जमीनी विवाद को लेकर अक्सर उसके साथ झगड़ा करता है।
सोमवार को जब वह घास लेने घासनी में गई तो थोड़ा घास देवर की घासनी से काट लिया।
इससे खफा होकर सुंदर सिंह ने पहले इसके साथ बहसबाजी और जब वह घास लेकर घर की ओर जा रही थी तो उसने रास्ता रोककर मारपीट की। महिला ने आरोप लगाया कि देवर ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी है।
रेणुकाजी पुलिस ने महिला की शिकायत पर उसके देवर सुंदर सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएसपी संगड़ाह मुकेश कुमार ने मामले की पुष्टि की है।