Sep 16, 2024
CRIME/ACCIDENT

अलर्ट: 64 दवाओं के सैंपल फेल; 13 लोग को पुलिस ने दबोचा

नकली दवाओं की धांधली का पर्दाफाश, देशभर में बनी 64 दवाओं के सैंपल फेल;
13 लोग को पुलिस ने दबोचा

देशआदेश मीडिया

 

एसिडिट व हार्टबर्न, दर्द, बुखार, सूजन, स्किन केयर, बैक्टिरियल इंफेक्शन, खांसी सहित कई अन्य बीमारियों की दवाओं में नुस्ख निकला है।

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) द्वारा जारी नवंबर माह के ड्रग अलर्ट में देशभर की 64 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं।

इनमें सबसे अधिक हिमाचल प्रदेश की 10 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं, जबकि उसके बाद उत्तराखंड राज्य में निर्मित 11 दवाओं और मध्य प्रदेश की सात दवाओं के सैंपल फेल निकले हैं।

एक दवा नकली और एक मिस ब्रेंडिड भी पाई गई

इस माह के ड्रग अलर्ट में दो अन्य कंपनियों, जिनमें एक दवा नकली और एक मिस ब्रेंडिड भी पाई गई है। ड्रग अलर्ट के बाद राज्य दवा नियंत्रक की तरफ नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और बार बार सैंपल में खराबी पाई जाने वाली कंपनियों पर लगातार नकेल कसी जा रही है। बता दें कि नवंबर माह में विभाग की तरफ से 1197 दवाओं के सैंपल भरे गए थे, जिनमें से 1133 सही पाए गए हैं, जबकि 64 में खराबी पाई गई है।

दवा उद्योगों की 14 दवाएं खराब पाई गई

हिमाचल में निर्मित 10 दवा उद्योगों की 14 दवाएं खराब पाई गई हैं। इनमें बोंसाई फार्मा गुरुमाजरा की सेफिक्स सीजैड एलबी दवा बैच नंबर जून-23102, हीलर लैब बददी की पैरासिटामोल बैच नंबर पीआरएस-520, ईजी फार्मास्यूटिकल मंधाला की ओंडेसिप इंजेक्शन बैच नंबर आईओएन-10869, मैक्सटर बायोजेनिक्स मलकूमाजरा की एलबेंडाजोल दवा का बैच नंबर एमएस1एओ2205, बायोजेंटा लाइफ सांइस हरोली ऊना की दवा डोक्सोटेरो-10 का बैच नंबर ओएल23085, कान्हा बायोजेनेटिक्स झाड़माजरी की दवा व्हाइट टेबलेट कैल्शियम एंड विटामिन डी3 का बैच नंबर अनलेबलड पाया गया।

माया बायोटेक कोंडी की दवा दोबटैमाइन इंजेक्टेबल यूएसपी का बैच नंबर एएलवाई038, एफि पेरेंटल्स गुल्लरवाला के दो सैंपल फेल हुए हैं, जो अनलेबलड है। सालस फार्मास्यूटिकल हरायेपुर बददी की दवा स्पीरनोरव-100 का बैच नंबर एसपीटी221635, यूएसवी प्राइवेट लिमिटेड बददी की दवा लिपिकार्ड का बैच नंबर 28022587, मनीष फार्मास्यूटिकल्स बल्याणा की दवा डोक्सीनेट फोर्ट का बैच नंबर डीओएफएम2202 और एएनजी लाइफ सांइस मलकूमाजरा की दो दवाओं के सैंपल फेल हुए जिनमें सीप्रोफलॉक्सिन दवा का बैच नंबर टी032023 और टी032022 शामिल है।

हिमाचल के अलावा उत्तराखंड राज्य में निर्मित 11 दवाओं के सैंपल फेल हैं, मध्य प्रदेश की सात दवाओं, गुजरात की छह, चेन्नई की चार, तेलंगाना की तीन, मुंबई की दो, पंजाब, उत्तर प्रदेश, ओरंगाबाद, जम्मू, जयपुर, आंध्रप्रदेश, की एक एक दवा का सैंपल फेल पाया गया है।

अब तक 13 लोगों को किया गया अरेस्ट

राज्य दवा नियंत्रक कार्यालय की तरफ से एक वर्ष में नकली दवाएं बनाने के 13 मामलों को उजागर किया है और उन्हें अरेस्ट किया गया है। इसके साथ ही अब फार्मा अब बद्दी नालागढ़ में स्थित दवा उद्योगों की लगातार रिस्क बेस्ड इंस्पेक्शन की जा रही है और अब तक 90 फीसदी उद्योगों की यह इंस्पेक्शन की जा चुकी है। यही वजह है कि अब भारत के अन्य राज्यों की तुलना में अब हिमाचल में सैंपल फेल होने के मामले कम होने लगे हैं। इस माह के अलर्ट में उत्तराखंड राज्य के मामले अधिक उजागर हुए हैं।

दवा उद्योगों को नोटिस जारी कर दिया गया है। रिस्क बेस्ड इंस्पेक्शन इन उद्योगों की हो चुकी है और इनका उत्पादन भी बंद करवा दिया गया है। संबंधित दवा उद्योग जब तक सुधार नहीं करेंगे, उन्हें उत्पादन की अनुमति नहीं दी जाएगी। -नवनीत मारवाह, राज्य दवा नियंत्रक।