Nov 21, 2024
LOCAL NEWS

गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल में करियर टाउन काउंसलिंग का सफल आयोजन।

गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल में किया गया करियर टाउन काउंसलिंग का आयोजन।

करियर के लिए भटकते छात्रों ने पाई नई दिशा।

न्यूज़ देशआदेश

एक नई और युवा सोच रखने वाले विद्यालय के वर्तमान डायरेक्टर गुरजीत सिंह सैनी ने 11वीं तथा 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए करियर टाउन काउंसलिंग का आयोजन 10 फरवरी 2024 को गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल के प्रांगण में करवाया।

इस काउंसलिंग में लगभग 500 छात्रों ने लाभ उठाया। 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्र यह जान ही नहीं पाते कि उन्हें किस मार्ग पर चलना है तथा कौन सा करियर उन्हें अपनाना चाहिए ?

सामान्य छात्रों को केवल तीन प्रतिशत करियर ऑप्शंस के बारे में ही जानकारी होती है।

देहरादून की संस्था करियर बडी के सौजन्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

इस संस्था के लगभग50 करियर काउंसलर्स ने छात्रों से बातचीत की ,उनकी रुचि और रुझान पूछकर उन्हें संबंधित करियर्स के बारे में बताया।

इस कार्यक्रम में कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया ।उन्होंने अपने जीवन अनुभवों को बच्चों के साथ बांटा और उन्हें यह समझाया कि किस प्रकार उन्होंने अपने जीवन में सफलता प्राप्त की।

आईआईएम अहमदाबाद की पूर्व छात्र नीलांशा चतुर्वेदी, माल देवता फॉर्म्स के एम डी अमित मिनोचा, बियोंड द वाल्स के को-फाउंडर हिमांशु थापा ,सफल दंत चिकित्सक तथा गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल के पूर्व छात्र डॉक्टर सूरज ,’अपनी यादों की योजना बनाएं ‘की संस्थापक अनुकृति बत्रा ,आईआईटी के प्रोफेसर तरुण शर्मा तथा करियर बडी क्लब के संस्थापक और हार्वर्ड के पूर्व छात्र सैथजीतसिंह अरोड़ा ने इस कार्यक्रम में चार चांद लगाए।

इस अवसर पर अनेक गतिविधियां आयोजित की गई जिसके माध्यम से छात्रों की बौद्धिक तथा सृजनात्मक क्षमता का पता लगाया जा सके।

वहीं भाषण प्रतियोगिता वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया और छात्रों को पुरस्कार भी वितरित किए गए।

गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल के छात्रों ने सभी मेहमानों के लिए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।
कुल मिलाकर छात्रों को दिशा दिखाने वाला यह एक सार्थक, सफल और सराहनीय प्रयास था।

विद्यालय के डायरेक्टर गुरजीत सिंह सैनी तथा प्रधानाचार्या  गुरविंदर कौर चावला ने कहा कि आज के समय में इस प्रकार की काउंसलिंग छात्रों को अपने जीवन लक्ष्य तक पहुंचने में सहायक सिद्ध होती है और वे भविष्य में भी इस प्रकार के प्रयास करते रहेंगे।