पहाड़ी महिलाएं किसी से नहीं डरतीं, यह धर्मयुद्ध से कम नहीं
पहाड़ी महिलाएं किसी से नहीं डरतीं, यह चुनाव किसी धर्मयुद्ध से कम नहीं
देशआदेश
गुरुवार को सुंदरनगर में मंडल भाजपा की ओर से आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचने पर कंगना रनौत का विधायक राकेश जम्वाल के नेतृत्व में जोरदार स्वागत किया गया। अपने संबोधन में कंगना ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव किसी धर्मयुद्ध से कम नहीं है।
अभिनेत्री से नेता बनीं मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत ने कहा कि वह पहाड़ी हैं और पहाड़ी महिलाएं किसी से डरती नहीं हैं। राजनीति में आने से पहले और उसके बाद से उन्हें डराने-धमकाने के कई प्रयास हो रहे हैं, लेकिन वह किसी से घबराती नहीं हैं।
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का बढ़ता मान-सम्मान देखा तो राजनीतिक चेतना आई और वह अब सक्रिय राजनीति में है और मंडी की सेवा के लिए मैदान में उतरी हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से मैने अपने काम में सफलता के झंडे गाड़े, उसी तर्ज पर यहां पर भी राजनीति में सफल होना चाहती हूं।
गुरुवार को सुंदरनगर में मंडल भाजपा की ओर से आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचने पर कंगना रनौत का विधायक राकेश जम्वाल के नेतृत्व में जोरदार स्वागत किया गया।
अपने संबोधन में कंगना ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव किसी धर्मयुद्ध से कम नहीं है। हम धर्म की तरफ से हैं और वह(विरोधी) अधर्म की तरफ से। भाजपा और आरएसएस का धर्म राष्ट्रवाद है और उनका (विरोधियों का) धर्म परिवारवाद व भ्रष्टाचार। कंगना ने कहा कि विरोधी उनके चुनाव मैदान में उतरने से परेशान हो गए हैं।
वह कहते हैं कि चुनाव में जीत के बाद मैं दिखाई नहीं दूंगी, यह बचकानी बातें हैं। उन्हें होश नहीं रह गया है, वह कुछ भी कह रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वह इस धर्मयुद्ध में आगे बढ़ कर मंडी से जीत सुनिश्चित करने के लिए खुद मोर्चा संभाले।
कंगना रणौत ने कहा कि आप सोचते होंगे कि 2014 से अब तक क्या कोई आसमान जैसा काम हुआ है? आप लोगों ने वो समय नहीं देखा है… देश आजाद होने के कई दशकों बाद हम लोगों ने कुछ कच्चे-पक्के मकान तो बना लिए लेकिन फिर भी इस देश की आत्मा ग्रस्त थी।