लोस चुनाव में भाजपा की 4-0 से हैट्रिक, विस उपचुनाव में कांग्रेस चार, भाजपा दो
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस क्यों हारी, अनुराग, कंगना और कश्यप मंत्री पद के दावेदार
- मोदी फैक्टर, प्रधानमंत्री हिमाचल से पुराना नाता जोड़ गए
- दो सीटों पर प्रत्याशियों के चयन में चूक
- कांग्रेस में गुटबाजी, जिससे सरकार पर भी संकट आया
- लोकसभा चुनाव में भाजपा क्यों जीती
- मोदी की नीतियों का प्रचार, प्रधानमंत्री की रैलियां भी करवाईं
- समय पर प्रत्याशियों की घोषणा की, प्रचार के लिए वक्त मिला
- कांग्रेस की कमजोरी, लोकसभा चुनाव के बजाय उपचुनाव पर कांग्रेस का ज्यादा ध्यान
विधानसभा उपचुनाव में गगरेट से कांग्रेस के राकेश कालिया ने भाजपा के चैतन्य को हराया। कुटलैहड़ से कांग्रेस के विवेक शर्मा ने भाजपा के देवेंद्र कुमार भुट्टो, सुजानपुर से कांग्रेस के रणजीत राणा ने भाजपा के राजेंद्र राणा और लाहौल-स्पीति से कांग्रेस प्रत्याशी अनुराधा राणा ने निर्दलीय प्रत्याशी रामलाल मारकंडा को शिकस्त दी। भाजपा के रवि ठाकुर को यहां से करारी शिकस्त मिली। बड़सर सीट से भाजपा के इंद्रदत्त लखनपाल ने कांग्रेस के सुभाष ढटवालिया और धर्मशाला से भाजपा के सुधीर शर्मा ने कांग्रेस के देवेंद्र सिंह जग्गी को हराया।
68 में से 61 विधानसभा हलकों में भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले अधिक वोट मिले
लोकसभा चुनाव में 68 में से 61 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले अधिक वोट मिले। शिमला संसदीय क्षेत्र पर सोलन जिला के चारों विधानसभा क्षेत्रों अर्की, नालागढ़, दून और सोलन से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप को लीड मिली है। सिरमौर जिले में भी सभी विधानसभा क्षेत्रों पच्छाद, नाहन, श्री रेणुकाजी, पांवटा साहिब और शिलाई में भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप आगे रहे। शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई और रोहड़ू विधानसभा क्षेत्रों को छोड़कर अन्य हलकों शिमला शहरी, शिमला ग्रामीण, कसुम्पटी, ठियोग और चौपाल में भी भाजपा को बढ़त मिली।
मंडी संसदीय सीट पर भरमौर, मनाली, कुल्लू, बंजार, करसोग, सुंदरनगर, नाचन, सराज, द्रंग, जोगिंद्रनगर, मंडी, बल्ह, सरकाघाट विधानसभा क्षेत्रों से कंगना रणौत, जबकि लाहौल-स्पीति, आनी, रामपुर और किन्नौर से विक्रमादित्य सिंह को लीड मिली। कांगड़ा संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी डाॅ. राजीव भारद्वाज ने सभी 17 विधानसभा क्षेत्रों से बढ़त हासिल की है। हमीरपुर सीट पर हरोली विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर अन्य 16 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर को बढ़त मिली। हरोली से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा को अधिक मत मिले। लोकसभा चुनावों के 29 प्रत्याशियों की जमानत जब्त।
लोकसभा चुनाव में 68 में से 61 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले अधिक वोट मिले। शिमला संसदीय क्षेत्र पर सोलन जिला के चारों विधानसभा क्षेत्रों अर्की, नालागढ़, दून और सोलन से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप को लीड मिली है। सिरमौर जिले में भी सभी विधानसभा क्षेत्रों पच्छाद, नाहन, श्री रेणुकाजी, पांवटा साहिब और शिलाई में भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप आगे रहे। शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई और रोहड़ू विधानसभा क्षेत्रों को छोड़कर अन्य हलकों शिमला शहरी, शिमला ग्रामीण, कसुम्पटी, ठियोग और चौपाल में भी भाजपा को बढ़त मिली।
मंडी संसदीय सीट पर भरमौर, मनाली, कुल्लू, बंजार, करसोग, सुंदरनगर, नाचन, सराज, द्रंग, जोगिंद्रनगर, मंडी, बल्ह, सरकाघाट विधानसभा क्षेत्रों से कंगना रणौत, जबकि लाहौल-स्पीति, आनी, रामपुर और किन्नौर से विक्रमादित्य सिंह को लीड मिली। कांगड़ा संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी डाॅ. राजीव भारद्वाज ने सभी 17 विधानसभा क्षेत्रों से बढ़त हासिल की है। हमीरपुर सीट पर हरोली विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर अन्य 16 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर को बढ़त मिली। हरोली से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा को अधिक मत मिले। लोकसभा चुनावों के 29 प्रत्याशियों की जमानत जब्त।
प्रदेश की चार सीटों से चुनाव मैदान में थे कुल 37 प्रत्याशी, 29 की जमानत जब्त
लोकसभा चुनाव में उतरे 37 में से 29 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। हमीरपुर सीट पर 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे, जिनमें से 10 की जमानत जब्त हुई। मंडी सीट पर 10 में से 8, कांगड़ा सीट पर 10 में से 8 और शिमला सीट पर 5 में से 3 प्रत्याशी अपनी जमानत राशि नहीं बचा पाए।
लोकसभा चुनाव में 23,071 मतदाताओं ने दबाया नोटा
लोकसभा चुनाव में प्रदेश के 23,071 मतदाताओं ने किसी भी प्रत्याशी को पसंद नहीं किया और नोटा का बटन दबाया। कांगड़ा सीट पर सबसे अधिक 6,372, शिमला सीट पर 5,876, मंडी सीट पर 5,676 और हमीरपुर सीट पर सबसे कम 5,178 वोट नोटा को पड़े। चारों संसदीय सीटों पर विजेता और उप विजेता को छोड़ अन्य सभी प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले।
अनुराग, कंगना और कश्यप मंत्री पद के दावेदार
देश में एनडीए की तीसरी बार सरकार बनी तो अनुराग ठाकुर के मंत्री पद की दावेदारी और अधिक मजबूत होगी। अनुराग पांचवीं बार हमीरपुर सीट से सांसद बने हैं। मंडी सीट से जीत दर्ज करने वाली कंगना रणौत भी मंत्री पद की दावेदार मानी जा रही हैं। शिमला संसदीय सीट से दूसरी बार जीत दर्ज करने वाले सुरेश कश्यप भी वरिष्ठता के आधार पर मंत्री पद के दावेदार हैं।
चुनाव में पीएम मोदी का फैक्टर कम रहा। राममंदिर के नाम पर भाजपा को लोकसभा चुनाव में ज्यादा वोट मिले। हिमाचल में 97 फीसदी आबादी हिंदू है। लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव अलग-अलग मुद्दों पर लड़ा गया। लोकसभा चुनाव में जनता ने भाजपा और विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया- सुखविंद्र सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री
हिमाचल प्रदेश में चारों लोकसभा सीटों पर जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही जाता है। 2014 के बाद लगातार चारों सीटें जीतकर हिमाचल ने एक बार फिर मोदी की नीतियों पर मुहर लगाई है। लगातार भाजपा पर विश्वास जताने के लिए वह प्रदेश की जनता का आभार जताते हैं। नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं – जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री