Sep 8, 2024
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पेपर लीक मामला: चालान नहीं हो पाया पेश, कार्यप्रणाली पर सवाल

पेपर लीक मामला: पूर्व सचिव के खिलाफ कोर्ट में चालान नहीं हो पाया पेश, कार्यप्रणाली पर सवाल

 

बहुचर्चित पेपर लीक मामले में हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सचिव को लेकर बरती जा रही नरमी से जांच एजेंसियों और सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। पूर्व सचिव के खिलाफ कोर्ट में चालान भी पेश नहीं हो पाया है। दरअसल 23 दिसंबर 2022 को पेपर लीक का पहला मामला सामने आया था

विजिलेंस ने आयोग की गोपनीय शाखा की वरिष्ठ सहायक पद से निलंबित उमा आजाद समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। तब से अभी तक 14 पोस्ट कोड की भर्तियों के पेपर लीक की पुष्टि होने के बाद विजिलेंस थाना हमीरपुर में 13 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।

एचएएस अधिकारी डॉ. जितेंद्र कंवर भंग होने से पूर्व कर्मचारी चयन आयोग में सचिव के अलावा परीक्षा नियंत्रक भी रहे हैं। इसके चलते प्रत्येक भर्ती परीक्षा में उनकी अहम जिम्मेवारी निश्चित है। कुछ दिन पुलिस रिमांड और न्यायिक रिमांड में रहने के बाद वे रिहा हो चुके हैं।

जबकि निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद 23 दिसंबर से सलाखों के पीछे है। कानून के जानकार बताते हैं कि जितना गुनाह पेपर लीक मामले में उमा आजाद का है, उतना ही पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर भी जिम्मेदार हैं। लेकिन अभी तक डॉ. जितेंद्र कंवर के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश नहीं हो पाया है।

जबकि उमा आजाद के खिलाफ दो चालान पेश किए जा चुके हैं। एसपी विजिलेंस राहुल नाथ ने कहा कि पूर्व सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर के खिलाफ न्यायालय में जल्द चालान पेश होगा। चार्टशीट को स्वीकृति के लिए शिमला हेडक्वार्टर भेजा जाएगा।

वाद्य यंत्रों और पुष्प वर्षा से सीएम का स्वागत, पत्नी कमलेश ने उतारी आरती, डीजीपी मामले में ये कहा

 

दिल्ली एम्स में 16 दिन उपचाराधीन रहने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शनिवार को शिमला लौटे। स्वस्थ होकर लौटे मुख्यमंत्री को समर्थकों ने वाद्य यंत्रों के साथ स्वागत किया। होटल मरीना से ओकओवर तक पुष्प वर्षा की गई। पत्नी कमलेश ठाकुर ने ओकओवर में गृह प्रवेश पर मुख्यमंत्री की आरती उतारी।

इस दौरान समर्थकों ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों पर नाटी भी डाली। दिल्ली से हेलिकाप्टर में आए मुख्यमंत्री का अनाडेल मैदान में उपमुख्यमंत्री सहित मंत्रियों, पार्टी पदाधिकारियों और सैकड़ों समर्थकों ने स्वागत किया।

 

पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के देवी-देवताओं और जनता की दुआओं से वह स्वस्थ होकर लौटे हैं। चिकित्सकों ने कुछ दिन तक उन्हें आराम करने और समय पर खाना खाने की सलाह दी है, लेकिन वह सरकार की जिम्मेदारियों का भी निर्वहन करेंगे।

उन्होंने राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि चार वर्षों में हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने और अगले 10 वर्षों में देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। वर्तमान राज्य सरकार इसी दिशा में प्रयास कर रही है।