Oct 14, 2025
HIMACHAL

कारगिल विजय दिवस: आरट्रैक ने 14 वीर सैनिकों को किया सम्मानित

कारगिल विजय दिवस: आरट्रैक ने 14 वीर सैनिकों को किया सम्मानित, बोले- मौका मिले तो आज भी सीमा पर जाने को तैयार

कारगिल युद्ध में विजय के 26 वर्ष पूरे होने के अवसर पर शुक्रवार को सेना प्रशिक्षण कमान (आरट्रैक) की ओर से भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। वहीं, कारगिल युद्ध के 14 वीर योद्धाओं को उनकी वीरता और देश के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए सम्मानित किया गया। पढ़ें पूरी खबर…

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कारगिल विजय को याद कर आज भी गर्व से सीना चौड़ा हो जाता है। जब भी पाकिस्तान नापाक हरकत करता है तो सीमा पर जाकर दुश्मन के दांत खट्टे करने का जोश फिर मन में जाग जाता है। मौका मिले तो आज भी सीमा पर जाने के हम तैयार हैं। कारगिल युद्ध में विजय के 26 वर्ष पूरे होने के अवसर पर शिमला स्थित सेना प्रशिक्षण कमान मुख्यालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान कारगिल की लड़ाई लड़ने वाले सैनिकों ने कुछ इस तरह अपने दिल की भावनाएं जाहिर कीं।

27 जुलाई तक आयोजित होने वाले कारगिल विजय दिवस का शुक्रवार को सेना प्रशिक्षण कमान (आरट्रैक) की ओर से भव्य शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा कमांडिंग-इन-चीफ सेना प्रशिक्षण कमान ने किया। कारगिल युद्ध के 14 वीर योद्धाओं को उनकी वीरता और देश के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए सम्मानित किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा ने कहा कि विजय दिवस को हमें संकल्प दिवस के तौर पर मनाना चाहिए।

देवेंद्र शर्मा ने गेयटी थियेटर में लगाई गई कारगिल युद्ध के नायकों की वीरता, पराक्रम और व्यक्तिगत गाथाओं को दर्शाती फोटो और वीडियो प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान कारगिल विजय दिवस और ऑपरेशन सिंदूर पर वीडियो क्लिप प्रदर्शित कर लोगों को राष्ट्र की वास्तविकताओं और चुनौतियों से रूबरू करवाया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, स्कूल-कॉलेज के छात्रों और एनसीसी कैडेट ने भाग लिया। इससे पहले कार्यक्रम के सुबह के सत्र में लेफ्टिनेंट जनरल डीएस कुशवाहा ने सेना प्रशिक्षण कमान में कारगिल की लड़ाई लड़ने वाले वीर सैनिकों को विजय दिवस की बधाई दी और उनके अनुभव साझा किए।

इन्हें मिला सम्मान
कारगिल युद्ध में अदम्य साहस का प्रदर्शन करने वाले 14 वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया। ऑनरेरी कैप्टन सतपाल सिंह दुल्टा 20 पंजाब रेजिमेंट, ऑनरेरी लेफ्टिनेंट दिवाकर दत्त शर्मा 19 जैक राइफल रेजिमेंट, सूबेदार यशपाल काशिव 224 मीडियम रेजिमेंट, सूबेदार राज कुमार 18 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट, सूबेदार रामलाल शर्मा 19 जैक राइफल रेजिमेंट, सूबेदार नंदलाल 20 पंजाब रेजिमेंट, नायब सूबेदार सुंदर सिंह 16 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट, हवलदार लक्ष्मीदत्त शर्मा 13 जैक राइफल रेजिमेंट, हवलदार नारायण सिंह 20 पंजाब रेजिमेंट, हवलदार भगवान सिंह चौहान 20 पंजाब रेजिमेंट, नायक दलीप सिंह सेवा मेडल 18 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट, नायक दलजीत सिंह 18 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट, नायक भगवान सिंह दुल्टा 16 डोगरा रेजिमेंट, नायक प्रवीण शर्मा 10 जैक राइफल को सम्मानित किया गया।

देश सेवा के लिए सेना में भर्ती हों नौजवान : दलीप
कारगिल युद्ध के दौरान अपनी एक आंख और बाजू खोने वाले नायक दलीप सिंह (सेवा मेडल) ने कहा कि सेना की नौकरी सिर्फ नौकरी नहीं होती, बल्कि देश सेवा का मौका होता है। कारगिल की लड़ाई के दौरान मन में सिर्फ एक ही जज्बा था कि किसी भी कीमत पर दुश्मन को अपनी सरजमीं से खदेड़ना है। आज के युवा भी देश से प्यार करते हैं, नौजवानों को भी देश सेवा के लिए सेना में भर्ती होना चाहिए।