Dec 27, 2025
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पांवटा साहिब में आक्रोश, आज बाजार बंद और रोष मार्च का आह्वान

डॉ. राघव निरुला की सेवाएं समाप्त, पांवटा साहिब में आक्रोश, आज बाजार बंद और रोष मार्च का आह्वान

देश आदेश/पांवटा साहिब।

 

 

आईजीएमसी शिमला में मरीज से मारपीट पर आरोपी डॉक्टर को बर्खास्त करने के बाद यह मामला गरमाया गया है। गुस्साए चिकित्सक संगठनों ने वीरवार को बैठकें कर शुक्रवार को एक दिन का सामूहिक अवकाश करने का निर्णय लिया है। मांगें न मानने पर शनिवार से हड़ताल पर जाने का एलान किया है। अपनी मांगों को लेकर शनिवार को सुबह रेजिडेंट डॉक्टर मुख्यमंत्री सुक्खू से मिलेंगे। उन्होंने मांगें न मानने पर अपने इस निर्णय पर अडिग रहने की घोषणा की। सामूहिक अवकाश के चलते अस्पतालों में सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।

आईजीएमसी शिमला में डॉक्टर और मरीज के बीच हुई मारपीट के मामले में प्रदेश सरकार और चिकित्सा एवं अनुसंधान विभाग ने उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट के बाद कड़ी कार्रवाई करते हुए सीनियर रेजिडेंट डॉ. राघव निरुला की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।

 

जांच रिपोर्ट में मरीज और डॉक्टर—दोनों की भूमिका में दोष पाए जाने का उल्लेख किया गया है, बावजूद इसके सरकार द्वारा की गई एकतरफा कार्रवाई को लेकर पांवटा साहिब क्षेत्र में भारी नाराजगी देखी जा रही है।

 

 

 

डॉ. राघव निरुला के समर्थन में शुक्रवार को सुबह से दोपहर एक बजे तक बाजार बंद रखने का आह्वान किया गया है। इसके साथ ही एकतरफा कार्रवाई के विरोध में शहर में रोष मार्च भी निकाला जाएगा।

 

 

 

पांवटा साहिब नगर परिषद के पार्षद डॉ. रोहताश नांगिया ने कहा कि इस पूरे मामले में निष्पक्षता का अभाव है। उन्होंने आरोप लगाया कि पांवटा साहिब निवासी सीनियर रेजिडेंट डॉ. राघव निरुला पर ही पूरी कार्रवाई की गाज गिरा दी गई है, जबकि मारपीट के दूसरे पक्ष यानी मरीज की भूमिका की गहन जांच नहीं की गई। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या संबंधित मरीज के खिलाफ पहले भी किसी प्रकार की मारपीट या धमकी से जुड़े मामले दर्ज रहे हैं।

 

 

गौरतलब है कि 22 दिसंबर को आईजीएमसी शिमला की अनुशासनात्मक जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर डॉ. राघव निरुला को निलंबित किया गया था। इसके बाद 23 दिसंबर को राज्य सरकार ने एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया। समिति ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी, जिसके तुरंत बाद सरकार और चिकित्सा एवं अनुसंधान निदेशक ने डॉ. राघव की सेवाएं समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए।

 

डॉ. राघव पर की गई सख्त कार्रवाई से पांवटा साहिब क्षेत्र में व्यापक असंतोष है, जिसके चलते व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों ने शुक्रवार को बाजार बंद कर विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया है

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