Sep 8, 2024
HIMACHAL

पांवटा क्षेत्र में खाद का संकट,  डेढ़ सप्ताह से सहकारी समितियों व गोदामों में स्टाक खत्म, भटक रहे किसान

पांवटा क्षेत्र में खाद का संकट,  डेढ़ सप्ताह से सहकारी समितियों व गोदामों में स्टाक खत्म, भटक रहे किसान

प्रदेश में खाद को लेकर चल रही मारामारी के बीच पनपे संकट से सिरमौर भी अछूता नहीं,  गेहूं के सीजन के समय अकेले पांवटा व शिलाई में 2500 मीट्रिक टन इफको खाद की मां

देश आदेश पांवटा साहिब

पांवटा क्षेत्र में खाद का संकट फिर पैदा हो गया है। बारिश के बाद गेहूं की फसल पर इफको यूरिया खाद डालने का समय था, लेकिन क्षेत्र की सहकारी समितियों पर खाद का स्टाक खत्म हो चुका है। मजबूर किसान यूरिया खाद के लिए दर-दर भटक रहे है।

प्रदेश में खाद को लेकर चल रही मारामारी के बीच पनपे संकट से सिरमौर भी अछूता नहीं है। गेहूं के सीजन के समय अकेले पांवटा व शिलाई में 2500 मीट्रिक टन इफको खाद की मांग रहती है। अक्टूबर से अबतक 1500 मीट्रिक टन की खाद की आपूर्ती आबंटित हो चुकी है, मार्च तक शेष 1000 मीट्रिक टन की मांग रहेगी। आपातकालीन मांग की बात करे तो अभी भी लगभग 400 मीट्रिक टन की बहुत ज्यादा मांग जोर पकड़ रही है। फिर भी इस बार इफको खाद बेग पुराने रेट 266.50 रुपए पर ही
बेचा जा रहा है।
जनपद में हिमफेड के नौ गोदाम हैं, जहां कई केंद्रों में पिछले एक सप्ताह से स्टाक नहीं है।

निहालगढ़ सहकारी समिति, बेहराल, राजपुर, भगानी, सालवाला-पुरुवाला, भाटावाली आदि का क्षेत्र में खाद का संकट बना हुआ है। खाद के लिए किसान भटक रहे हैं। पांवटा क्षेत्र में बोआई काफी हद तक हो चुकी है। वहीं यूरिया खाद के बिना गिरिपार पहाड़ी क्षेत्र मे बारिश के बाद खूब नमी होने से यहां भी मांग बनी हुई है।

किसान राजेश शर्मा, जीवन सिंह, गुरमीत सिंह, ज्ञान सिंह, रामपाल, धनीराम, मोहन सिंह, शुपराम आदि का कहना है
अभी तक डीएपी की किल्लत से परेशानी थी तो अब यूरिया संकट भी खड़ा हो गया है। बोआई के बाद खेतों में सिचाई कार्य शुरू है। ऐसे में गेहूं की फसल के लिए यूरिया की आवश्यकता है। पर समितियों पर खोजने पर खाद नहीं मिल रही है। किसान दर-दर भटक रहे हैं। प्राइवेट दुकानों पर जाते हैं तो उनसे इफको की जगह किसान यूरिया ही मिल रहा है।

इस बार सभी सहकारी समितियों में इफको यूरिया खाद सीमित मात्रा में आई। अब जहां खेतों में गेहूं की बोआई व सिचाई हो चुकी। ऐसे में यूरिया खाद की सख्त जरूरत है। लेकिन इधर-उधर भाग दौड़ के बाद भी खाद नहीं मिल रही है। निहालगढ़ समिति सचिव सुरेन्द्र सिंह,
सालवाला-पुरुवाला समिति सचिव सुरेंद्र कुमार का कहना है कि इस सत्र में अभी यूरिया की खेप पहुंची थी लेकिन वह मात्र दो दिन में ही खत्म हो गई। अभी फिलहाल खाद उपलब्ध नहीं है। दो चार दिन के भीतर फिर से आने की उम्मीद है।

उधर, इफको के उप प्रबंधक हरजीत सिंह ने बताया कि जल्द ही सिरमौर में खाद की आपूर्ति हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब में खाद का स्टाक चार दिन पहले ही खत्म हुआ है। एक सप्ताह भीतर सिरमौर के सभी गोदाम टिंबी, पांवटा, जमटा, धामला, नाहन आदि में जल्द ही इफकोखाद की आपूर्ति की जाएगी।

Originally posted 2021-12-15 00:29:33.