Jul 27, 2024
POLITICAL NEWS

हिमाचल कांग्रेस अध्यक्षा होंगी सांसद प्रतिभा सिंह, अग्निहोत्री बने रहेंगे नेता प्रतिपक्ष

हिमाचल कांग्रेस अध्यक्षा होंगी सांसद प्रतिभा सिंह, अग्निहोत्री बने रहेंगे नेता प्रतिपक्ष

न्यूज़ देशआदेश

हिमाचल में चुनावी वर्ष में संगठन को मजबूत करने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने बड़े स्तर पर फेरदबल करते हुए नई नियुक्तियां की हैं। दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी सांसद प्रतिभा सिंह को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कमान सौंपी है। चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने नई नियुक्तियों को लेकर मंगलवार देर शाम पत्र जारी किया है। प्रतिभा सिंह को कुलदीप सिंह राठौर की जगह नया अध्यक्ष बनाया गया है। कुलदीप सिंह ठाकुर वर्ष 2019 में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त हुए थे।

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हराने वाले राजेंद्र राणा को भी पार्टी ने बड़ा तोहफा दिया है। जिन लोगों को प्रदेश में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है, उनमें हर्ष महाजन, राजेंद्र राणा, पवन काजल और विनय कुमार शामिल हैं। कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया है। साथ ही वह स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य भी होंगे। मुकेश अग्निहोत्री नेता प्रतिपक्ष के पद पर बने रहेंगे। वरिष्ठ विधायक हर्षवर्धन चौहान को उपनेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है। जगत सिंह नेगी को चीफ व्हिप बनाया है।

विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत कांग्रेस ने चार समितियों का भी गठन किया है। आनंद शर्मा की अध्यक्षता में संचालन समिति, धनीराम शांडिल की अध्यक्षता में घोषणा पत्र समिति, कौल सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में समन्वय समिति और राम लाल ठाकुर की अध्यक्षता में चुनाव प्रबंधन समिति गठित की गई है।
इसी तरह विप्लव ठाकुर की अध्यक्षता में अनुशासन समिति, सुधीर शर्मा की अध्यक्षता में प्रचार व प्रकाशन समिति, आश्रय शर्मा की अध्यक्षता में मीडिया व सोशल मीडिया समिति, राजेश धर्माणी की अध्यक्षता में रिसर्च समिति बनाई गई है। गंगुराम मुसाफिर, इंद्रदत्त लखनपाल, सुंदर सिंह ठाकुर, रवि ठाकुर और सुरेश कुमार को कांग्रेस कमेटी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया है। राजेश शर्मा कोषाध्यक्ष होंगे। हाईकमान ने छह उपाध्यक्ष भी नियुक्त किए हैं, जिनमें संजय अवस्थी, नरेश चोैहान, महेश्वर चौहान, हरीश जनार्था, सुरेंद्र चौहान और महेंद्र चौहान शामिल हैं।

हाईकमान ने इस नियुक्ति से गुटों में बंटी कांग्रेस में संतुलन बनाने का प्रयास किया है। पिछले वर्ष जून माह में वीरभद्र सिंह के का देहांत के बाद प्रदेश कांग्रेस में एक युग का अंत हो गया था। माना जा रहा था कि वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस को चुनाव में भारी नुकसान होगा। लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने मंडी लोकसभा सीट पर उपचुनाव में वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को उम्मीदवार बनाया और उन्होंने राजनीतिक पंडितों को चौंकाने वाला नतीजा दिया।

दरअसल प्रदेश में कांग्रेस विधायकों के गुटों में बंटे होने की वजह से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की कवायद चल रही थी। तीन साल से प्रदेशाध्यक्ष जमे कुलदीप राठौर को हटाने के लिए कांग्रेस के कुछ धड़े लामबंद थे।

कुछ माह पहले एक धड़े ने पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष को बदलने को लेकर पार्टी के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात भी की थी और वीरभद्र सिंह विरोधी खेमे के किसी नेता को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी देने की मांग की जा रही थी। कुलदीप राठौर को हटाना भारी चुनोैतीपूर्ण था, क्योंकि प्रदेश में हाल ही में तीन विधानसभा सीटों और लोकसभा सीट पर चुनाव हुए थे, जहां पर कांग्रेस ने भाजपा को चारों खाने चित्त करते हुए सभी सीटें जीती हैं। विधानसभा चुनाव के लिए कुछ माह का समय बचा है और नई अध्यक्ष के साथ अन्य पदों पर नियुक्तियों के पीछे जमीन स्तर पर संगठन को मजबूत करना है। इन नियुक्तियों के पीछे कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर का अहम रोल बताया जा रहा है।

सबसे अहम यह है कि कांग्रेस हाईकमान हिमाचल में वीरभद्र सिंह का सहाुनभूति कार्ड खेलेगा और उनकी छवि व विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएगा। कांग्रेस मंडी लोकसभा सीट पर प्रतिभा सिंह को प्रत्याशी बनाकर भाजपा को तगड़ा झटका दे चुकी है।

नव नियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने पहला चुनाव वर्ष 1998 में मंडी संसदीय क्षेत्र से लड़ा था, तब उन्हें भाजपा के महेश्वर सिंह से करारी हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2004 के आम लोकसभा चुनाव में वह पहली बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुई थीं। वर्ष 2012 में प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद वीरभद्र सिंह ने लोकसभा से त्यागपत्र दे दिया था। वर्ष 2013 में उप चुनाव हुआ तो प्रतिभा तीसरी बार मैदान में उतरीं और वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को करीब 1.39 लाख मतों से शिकस्त देकर दूसरी बार संसद सदस्य निर्वाचित हुई थीं।

इसके साल भर बाद 2014 में लोकसभा चुनाव हुआ था लेकिन मोदी लहर में भाजपा के रामस्वरूप शर्मा ने उन्हें 39 हजार से अधिक मतों से पराजित किया था। प्रदेश में उस समय कांग्रेस सरकार थी तथा प्रतिभा सिंह की हार से सब दंग रह गए थे। वर्ष 2021 में मंडी उपचुनाव में करीब सात साल बाद प्रतिभा सिंह दोबारा चुनावी अखाड़े में उतरीं और जीत दर्ज की।