Nov 11, 2024
POLITICAL NEWS

सियासत: महेंद्र ठाकुर और अनुराग ने पहले की तारीफ फिर कसे तंज

सियासत: महेंद्र ठाकुर और अनुराग ने पहले की तारीफ फिर कसे तंज, जानें पूरा मामला

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जनसभा को संबोधित करते महेंद्र सिंह ने अनुराग ठाकुर पर तंज कसते हुए कहा कि धर्मपुर के विकास के लिए हर केंद्रीय मंत्री की तिजोरी की चाबी उन्होंने ढूंढ ली, लेकिन वह अनुराग ठाकुर की तिजोरी की चाबी नहीं ढूंढ पाए।

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के धर्मपुर में गुरुवार को हुई जनसभा में जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर आमने-सामने दिखे। जनसभा को संबोधित करते महेंद्र सिंह ने अनुराग ठाकुर पर तंज कसते हुए कहा कि धर्मपुर के विकास के लिए हर केंद्रीय मंत्री की तिजोरी की चाबी उन्होंने ढूंढी ली, लेकिन वह अनुराग ठाकुर की तिजोरी की चाबी नहीं ढूंढ पाए। इस पर अनुराग ने भी महेंद्र सिंह को जवाब दिया कि विकास के लिए जो भी आया, वह दिल्ली से ही आया। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी वहीं मौजूद थे।

हालांकि जनसभा के दौरान महेंद्र और अनुराग ने एक-दूसरे की तारीफों के पुल भी बांधे। महेंद्र ने कहा कि देश और प्रदेश का विकास भाजपा के नेतृत्व से ही संभव हो सका है।

इसके बाद अनुराग ने मंच संभालते हुए कहा कि धर्मपुर के विकास के लिए जो आया वह सब दिल्ली से ही आया है। दो केंद्रीय विद्यालय दिल्ली से ही मिले हैं। धर्मपुर के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। हिमाचल को विशेष राज्य का दर्जा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया है। जलजीवन मिशन, उज्ज्वला योजना से सूबे की जनता लाभान्वित हुई। उन्होंने महेंद्र सिंह की भी सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने यहां वह कर दिखाया, जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी।

धर्मपुर विस क्षेत्र में विकास के लिए अब बचा ही क्या है। उन्होंने कहा कि धर्मपुर क्षेत्र में खेल मैदानों और स्टेडियमों के निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाने और राज्य में 125 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी जिले के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान सिद्धपुर और चोलथरा में लगभग 980 करोड़ रुपये की 92 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। जनसभा में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी आना था, लेकिन व्यस्तता के कारण वह नहीं पहुंच सके।