Sep 16, 2024
HIMACHAL

सुक्खू सरकार ने पलटा एक और फैसला, शिलाई समेत बिजली बोर्ड के 12 मंडल किए बंद

सुक्खू सरकार ने पलटा एक और फैसला, शिलाई समेत बिजली बोर्ड के 12 मंडल किए बंद,

17 उपमंडल और तीन ऑपरेशन सर्किल भी किए बंद

न्यूज़ देशआदेश

हिमाचल प्रदेश की नवनिर्वाचित कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने पूर्व जयराम सरकार का एक और फैसला पलट दिया है। नई सरकार ने प्रदेश में बिजली बोर्ड के 12 विद्युत मंडल, 17 उपमंडल और तीन ऑपरेशन सर्किल बंद कर दिए हैं। बोर्ड प्रबंधन ने मंगलवार को 32 कार्यालयों को डिनोटिफाई किया है।

चीफ इंजीनियरों से इन नए कार्यालयों को खोलने पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। अब स्थानीय स्तर पर जरूरतों को देखते हुए सरकार इन सभी कार्यालयों की समीक्षा करेगी। प्रदेश सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह और राकेश पठानिया के गृह विधानसभा क्षेत्रों में खोले गए कार्यालय बंद कर दिए हैं।

इन कार्यालयों में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को साथ लगते कार्यालयों में तैनाती दी गई है। बिजली बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी कार्मिक मनोज कुमार की ओर से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि विद्युत मंडल नेरचौक, शिलाई, सराहन, संगड़ाह, सुजानपुर, थुनाग, नागनी, भावानगर, तीसा, हरोली, बंजार, थानाकलां, भोरंज और थुरल को बंद किया गया है।

नूरपुर, भवारना और धर्मपुर में बनाए गए नए ऑपरेशन सर्किल को भी बंद किया गया है। इसके अलावा 17 उपमंडल कार्यालय भी बंद कर दिए गए हैं।

चीफ इंजीनियरों से इन कार्यालयों को दोबारा खोलने के लिए नए सिरे से पूरा स्पष्टीकरण देते हुए प्रस्ताव भेजने के लिए कहा गया है। बता दें कि इससे पूर्व प्रदेश सरकार मंडी हवाई अड्डे के सर्वेक्षण की एजेंसी को बदल चुकी है। शिवा प्रोजेक्ट का कार्यालय भी बंद किया गया है।

उधर, राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के महासचिव हीरालाल वर्मा ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। वर्मा ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले पिछली सरकार ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए इन कार्यालयों को खोला था।

कर्मचारियों के अभाव के चलते इन कार्यालयों के खोलने से उपभोक्ताओं को दी जा रही सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही थीं। बिजली बोर्ड भी बड़े वित्तीय संकट से गुजर रहा है।