अपराजिता: अंबोया की बेटी आकांक्षा शर्मा को मिला स्वर्ण पदक, उत्तराखंड के विश्वविद्यालय में किया प्रथम स्थान हासिल
अपराजिता: अंबोया की बेटी आकांक्षा शर्मा को मिला स्वर्ण पदक, उत्तराखंड के गढ़वाल विश्वविद्यालय में एमएससी सांख्यिकी विभाग में प्रदेश भर में किया प्रथम स्थान हासिल
राजधानी देहरादून स्थित डीएवी पीजी महाविद्यालय के कुलपति द्वारा आकांक्षा शर्मा को स्वर्ण पदक से किया अलंकृत
GNMP से बारहवीं और व.मा. स्कूल विद्यापीठ से दसवीं तक की पढ़ाई, बधाईयों का लगा तांता
देश आदेश पांवटा साहिब
जिले के गिरीपार क्षेत्र के आंज-भोज इलाके की ग्राम पंचायत अंबोया की आकांक्षा शर्मा ने उत्तराखंड के गढ़वाल विश्वविद्यालय में एमएससी (Master of Science) सांख्यिकी विभाग में प्रदेश भर में प्रथम स्थान हासिल किया। उनकी इस उपलब्धि पर गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या दविंदर कौर साहनी और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल विद्यापीठ के प्रधानाचार्य एनएम वर्मा ने बिटिया को जिला सिरमौर समेट क्षेत्र व स्कूल का नाम रोशन करने पर बधाई दी।
यह जानकारी अंबोया पंचायत की प्रधान सुनीता शर्मा, संदीप शर्मा, जयप्रकाश शर्मा जयपाल शर्मा, पवन शर्मा, दिनेश रयान, आत्मा राम शर्मा ने ढ़ी।
बता दें कि 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित डीएवी पीजी महाविद्यालय के कुलपति द्वारा आकांक्षा शर्मा को स्वर्ण पदक से अलंकृत किया गया।
आकांक्षा शर्मा ने बताया कि उन्होंने अपनी आरंभिक पढ़ाई पांवटा साहिब से की है। आकांक्षा शर्मा ने दसवीं विद्यापीठ स्कूल पांवटा साहिब से पास की और प्रदेश बोर्ड में 70 रैंक हासिल किया।
जबकि प्लस टू गुरू नानक मिशन पब्लिक स्कूल पांवटा साहिब से पास की है। प्लस टू में भी आकांक्षा शर्मा ने हिंदी विषय में सीबीएससी बोर्ड में टॉप किया था।
अब उत्तराखंड के गढ़वाल विश्वविद्यालय में एमएससी (Master of science सांख्यिकी विभाग) में प्रदेश भर में प्रथम स्थान हासिल कर तथा डीएवी पीजी महाविद्यालय के कुलपति द्वारा आकांक्षा शर्मा को स्वर्ण पदक से अलंकृत किया गया। साथ ही इन्हें डॉ राजीव जैन स्कॉलरशिप से भी नवाजा गया। आकांक्षा शर्मा ने इन सभी सफलताओं का श्रेय अपने माता पिता और गुरुजनों को दिया है।
आकांक्षा शर्मा ने बताया कि वह बैंकिंग के साथ-साथ सिविल सर्विसेज की तैयारियां कर रही है।
आकांक्षा शर्मा की माता आशा शर्मा ने पांवटा साहिब के सरस्वती विद्या मंदिर में 21 वर्ष तक बतौर आचार्य के रुप में अपनी सेवाएं दी। आकांक्षा शर्मा के पिता सुदेश शर्मा ने भी सरस्वती विद्या मंदिर में बतौर अध्यापक तथा प्रधानाचार्य के पद पर 21 वर्ष अपनी सेवाएं दी है।
सुदेश शर्मा ओर आशा शर्मा ने इस उपलब्धि के लिए अपनी बेटी को बधाई दी और बेटी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
Originally posted 2022-01-27 04:46:40.