JST की बल्दवा खान को मिला 33वी बार सर्वश्रेष्ठ खान का पुरस्कार।
सिरमौर की जय सिंह ठाकुर की बल्दवा खान को मिला 33वी बार सर्वश्रेष्ठ खान का पुरस्कार।
देशआदेश
भारतीय खान ब्यूरो के तत्वाधान में 33 वें खान पर्यावरण और खनिज सरंक्षण सप्ताह का पारितोषिक पुरस्कार वितरण समारोह सोलन जिले के बाघा बलग में मनाया गया।
समारोह में भारतीय खान ब्यूरो के मुख्य नियंत्रक पीएन शर्मा बतौर मुख्यातिथि पधारे। जबकि भारतीय खान ब्यूरो उतरी क्षेत्र के नियंत्रक अभय गोयल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान अलग अलग वर्ग में बेहतरीन खनन कार्य करने के लिए तीन राज्यों की खानों को पुरस्कृत किया गया।
गौरतलब हो कि खान पर्यावरण एवं खनिज सरंक्षण सप्ताह 21 फरवरी से 27 फरवरी तक मनाया गया था। इस दौरान भारतीय खान ब्यूरो देहरादून क्षेत्र के अंतर्गत तीन राज्य हिमाचल, उतराखण्ड और जम्मूकश्मीर की खानों ने भाग लिया था। इन खानों का निरीक्षण वरिष्ठ खान अभियंता, वरिष्ठ भू वैज्ञानिक ओर वरिष्ठ खान प्रबन्धक द्वारा किया गया था। इस दौरान 10 महत्वपूर्ण वर्गो के आधार पर हर खान का मूल्यांकन किया गया। खानों को अधिक उत्पादन और कम उत्पादन के आधार पर दो भागों में बांटा गया था और इसी वर्ग में पुरस्कृत किया गया।
कम उत्पादन वर्ग में जिला सिरमौर की जय सिंह ठाकुर एंड संस की खान को 33 वी बार सर्वश्रेष्ठ खान चुना गया। जबकि इसी वर्ग में वीके वालिया को द्वितीय और जम्मू कश्मीर की सैमटेक सीमेंट की सुलनार स्तूरमर्ग लाइम स्टोन खान को तृतीय पुरस्कार दिया गया।
अधिक उत्पादन वर्ग में अल्ट्राटेक सीमेंट की बाघा बलग को प्रथम, एसीसी सीमेंट की गगल लाइम स्टोन माइन को द्वितीय और जम्मू कश्मीर की खाईबर इंडस्ट्रीज की टूलपु लाइम स्टोन माइन को तृतीय पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम अल्ट्राटेक सीमेंट के सौजन्य से किया गया।
इस अवसर क्षेत्रीय खान नियंत्रक मनीष के मेहंदीरत्ता, भारतीय खान ब्यूरो के वरिष्ठ भूवैज्ञानिक दीपक शर्मा, सहायक नियंत्रक दामोदर शर्मा, नरेंद्र मालिक , राजेन्द्र तिवारी, दीपक चावल, सुनील गोयल, सिरमौर माईन ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र ठाकुर, कुलदीप ठाकुर, कपिल आनंद आदि मौजूद रहे।
बॉक्स
भारतीय खान ब्यूरो उतरी क्षेत्र के नियंत्रक अभय गोयल ने कहा की देश की प्रगति में संस्थानो का मुख्य योगदान रहता है। आईबीएम देश के मुख्य संस्थानो में से एक है। उन्होंने कहा कि मिनरल हजारों सालों में बनता है। इसलिए मिनरल का दोहन करना बहुत आवश्यक है। लेकिन पर्यावरण को बचा कर दोहन करना अति आवश्यक है। मिनरल के दोहन से देश प्रगति की और बढ़ता है। देश की अर्थव्यवस्था में खनन का विशेष महत्व होता है।