डिवाइन विज़डम में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर माधव की मनोहर लीलाओं का मंचन
डिवाइन विज़डम में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर माधव की मनोहर लीलाओं का मंचन
देशआदेश
आस्था और प्रेम पर व्यक्ति का नियंत्रण नहीं होता। जहाँ आस्था और प्रेम होता है, वहीं श्री कृष्ण के दर्शन हो जाते हैं क्योंकि श्री कृष्ण सर्वव्यापी हैं।
श्री कृष्ण के दर्शन हेतु उनके बाल रूप की छवि को प्रत्येक मानव अपनी हृदयस्थली में विराजमान करना चाहता है। उनके इसी मनोहारी रूप की छटा का जन्माष्टमी के पर्व पर डिवाइन विज़डम स्कूल के प्री प्राइमरी एवं प्राइमरी के विद्यार्थियों ने मंचन किया।
बच्चों ने श्री कृष्ण के जन्म से लेकर उनके जीवन की लीलाओं का मनोहारी रूप प्रस्तुत कर सबको मंत्र-मुग्ध कर दिया।
इस सुअवसर पर बालकों ने आकर्षक झाँकियों, नाटिका एवं नृत्य के माध्यम से श्रीकृष्ण के जीवन को दर्शाया। बालकों ने जहाँ नटखट कृष्ण को माखनचोर के रूप में प्रस्तुत किया तो दूसरी ओर गोपियों के साथ रासलीलाएँ करते हुए , सुदामा और कृष्ण के प्रसंग द्वारा मित्रता की महत्ता का बखान एवं अर्जुन को गीता का उपदेश देते हुए कर्म के महात्म्य को उद्घाटित किया।
बच्चों का उत्साहवर्धन करने के लिए विद्यालय की प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष विजेश गोयल तथा प्रधानाचार्या मीनाक्षी मल्होत्रा उपस्थित रहीं ।
विशेष अतिथि के रूप में समक्ष गोयल ने नन्हे बाल गोपाल व गोपियों की लीलाओं का आनंद लिया।
प्रार्थना सभा के अंत में अध्यक्ष विजेश गोयल ने श्रीकृष्ण की शिक्षाओं को अपने जीवन में समाहित करने का संदेश देते हुए सबको जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं एवं प्रधानाचार्या ने सभी बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर उनका उत्साहवर्धन किया।