Jul 3, 2025
HIMACHAL

अचानक पहाड़ी से आया मलबा और मिट गया स्याठी गांव का नामोनिशान

Mandi Cloud Burst: पीड़ित ने सुनाईं दास्तां, अचानक पहाड़ी से आया मलबा और मिट गया स्याठी गांव का नामोनिशान

Mandi Cloud Burst victim narrated story suddenly debris came from the hill and Syathi village was wiped out

विस्तार

सभी गे पैहले मिंजो लगया पता… राती दो बजे बिजली कड़की। इते गे बाद पहाड़ियां गे चट्टान खिसकने रा अंदाजा जे हुआ… पैहले लोक ठुआले… कुंडियां लगाई के सुती रे थे। सारे घरे ते बाहर कढे कने भगी कने सुरक्षित जगह पहुंचाए। इती ले बाद एड़ा मंजर देखया कि यकीन नी होया। अचानक पहाड़ी से मलबा आया और आंखों के सामने स्याठी गांव का नामोनिशान मिट गया। स्थानीय निवासी धनदेव ने तबाही का यह मंजर बयां किया।

धनदेव ने बताया कि पंचायत लौंगणी के स्याठी गांव की अनुसूचित जाति की बस्ती के डेढ़ दर्जन परिवारों के 10 मकान और पशुशालाएं, 20 खच्चर, 30 बकरियां, 8 भेड़ें, 5 भैंसें और 50 से अधिक सदस्यों के गहने, कपड़े, फर्नीचर, बाइक मलबे में बह गए। दो से तीन करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। धनदेव ने बताया कि जैसे तैसे लोग अपने घर से ऊपर स्कूल और मंदिर के पास ही पहुंचे और तब तक पंचायत प्रधान, उपप्रधान अन्य लोग वहां इकट्ठा हो गए। सुबह 4:00 बजे पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह, एसडीएम जोगिंद्र पटियाल, तहसीलदार रमेश कुमार और एसएचओ धर्मपुर से पैदल चलकर मौके पर पहुंचे और प्रभावितों को 10-10 हजार रुपये फौरी राहत, तिरपाल तथा राशन सामग्री उपलब्ध करवाई।

नंगे पांव ही घर से निकलना पड़ा, मलबे में सब हुआ खत्म
प्रत्यक्षदर्शी महिला ने रोते बिलखते हुए बताया कि नंगे पांव ही घर से निकलना पड़ा। सब कुछ घर में ही रह गया और मलबे की चपेट में आकर सब खत्म हो गया। तन पर पहने कपड़े ही बचे हैं। पांव में जूते तक नहीं है। प्रदेश सरकार जमीन के साथ मकान उपलब्ध करवाए अन्यथा कहां जाएंगे।

जालपा माता मंदिर में आश्रय
सभी प्रभावितों को माता जालपा के मंदिर स्याठी-त्रयांबला में रहने और खाने की व्यवस्था स्थानीय पंचायत और लोगों ने की है। पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि इस बस्ती में वर्ष 2014 में भी ल्हासा गिरने से नुकसान हुआ था और ये परिवार तब से लेकर अब तक अपने लिए सुरक्षित जगह उपलब्ध कराने की मांग सरकार से करते रहे हैं। यह बस्ती नाले के साथ बसी थी और यह जोन स्लाइडिंग क्षेत्र में है।
चार दिन भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल में छह दिनों तक लगातार बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान है। इनमें चार दिन भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि दो दिन येलो अलर्ट है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बुधवार को सोलन, सिरमौर और कांगड़ा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि अन्य जिलों में येलो अलर्ट रहेगा। तीन और चार जुलाई को पूरे प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया गया है। पांच से सात जुलाई तक अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों के कुछ क्षेत्रों में अगले 24 घंटों के दौरान बाढ़ की आशंका है। वहीं, राज्य के कुछ हिस्सों में सामान्य और कुछ में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

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