जौनसार से चालदा महासू देवता करेंगे शिलाई के पश्मी गांव का प्रवास

उत्तराखंड़ से मीनस मार्ग होते सिरमौर की सीमा में महाराज का पहला पड़ाव होगा द्राबिल गांव में
देशआदेश मीडिया
शिलाई । चालदा महासू देवता उत्तराखंड के दशोऊ से हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई उपमंडल के पश्मी गांव में आगामी नवंबर महीने में प्रवास करेंगे। इस प्रवास यात्रा के संबंध में उत्तराखंड के गांव दशोऊ में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
चार भाई महासू महाराज के वजीर दीवान सिंह राणा की अध्यक्षता में निर्णय लिया कि विजय दशमी के दिन इस यात्रा की तिथि तय की जाएगी। शिलाई के पश्मी गांव के लोग जौनसार के गांव दशोऊ पहुंचे जहां चालदा महासू के गांव पश्मी में प्रवास पर चर्चा और प्रवास तिथि तय करने की अर्जी की।
इसके बाद निर्णय लिया गया कि महासू महाराज म्यार, सावड़ा होते हुए मिनस मार्ग से सिरमौर की सीमा में प्रवेश करेंगे। इस दौरान द्राबिल गांव में उनका पहला पड़ाव होगा। रात्रि के भव्य पूजन के बाद अगली सुबह पश्मी गांव के लिए प्रस्थान करेंगे।
महासू महाराज के प्रस्थान की तिथि विजय दशमी के दिन तय की जाएगी। चालदा महासू महाराज मिनस के रास्ते पश्मी तक यात्रा करेंगे और उनका यहां पर एक वर्ष तक ठहराव होगा।
शिमला जिले में स्थित देउधार क्षेत्र के भक्त मिनस से पश्मी तक तथा वापसी में भी देव चिह्नों को उठाने का जिम्मा लेंगे, जिसमें देउधार क्षेत्र के छत्राई, ताँबाई, नेउजाई और बेगारूक के समस्त भक्त शामिल रहेंगे।