हालात देख फिर से बांगरण–शमशेरगढ़ गांव पर गहराता जा रहा है खतरा

हालात देख फिर से बांगरण–शमशेरगढ़ गांव पर गहराता जा रहा है खतरा,
संबंधित विभाग और सरकार की चुप्पी, मिलीभगती के बिना संभव नहीं
देशआदेश/पांवटा साहिब।
गिरि नदी में हो रहे अवैध और अवैज्ञानिक खनन से सबक नहीं, बल्कि रफ्तार देने की फ़िराक़ शुरू होती दिखने लगी है।
हालात पर नजर दौड़ाए तो फिर से बांगरण–शमशेरगढ़ गांव पर खतरा गहराता जा रहा है। अब तक आधा दर्जन परिवारों के घर नदी में समा चुके हैं, जबकि करीब दो दर्जन मकानों और सैकड़ों बीघा खेतीयोग्य जमीन पर संकट मंडरा रहा है।
श्री पांवटा साहिब विकास मंच के अध्यक्ष ज्ञान सिंह चौहान ने मौके का दौरा कर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
उन्होंने शिव मंदिर डोरियोंवाला, सिंचाई योजना व गांव शमशेरगढ़ और बांगरण के जड़ तक बेबुनियादी खनन , वह भी मशीनों से हालात देख और गहरी चिंता जताई।
हैरानी तो तब हुई जब लीज की जगह कहीं पर भी चिन्हित नजर नहीं आई। खैर दोष इनका ही नहीं बल्कि स्मिलित संबंधित वन विभाग, जल शक्ति, खनन विभाग, पर्यावरण एवं प्रदूषण विभाग एवं साथ लगती पंचायत का भी कम नहीं।
उन्होंने कहा कि यदि खनन पर रोक और सुरक्षा इंतज़ाम जल्द नहीं हुए तो आने वाली बरसात में हालात और बिगड़ सकते हैं। चौहान ने आश्वासन दिया कि मंच प्रभावित लोगों की आवाज़ को प्रशासन और मुख्यमंत्री तक पहुंचाएगा।
ग्रामीणों ने बताया कि खनन से उनके खेत और मकान खतरे में आ गए हैं। उनका कहना है कि सरकार और प्रशासन खामोश बैठे हैं और अगर हालात ऐसे ही रहे तो आने वाले समय में पूरा गांव उजड़ सकता है।
इसके साथ ही उन्होंने शमशेरगढ़ -बाँगरन, शिवपुर के लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि गिरी तट के बाढ़ पीड़ितों के समर्थन, अवैध खनन के विरोध तथा क्षेत्र की सिंचाई स्कीम की बहाली को लेकर ग्राम पंचायत फूलपुर शमशेरगढ़ और शिवपुर वासियों का रोष प्रदर्शन आगामी
सोमवार 29 सितंबर 2025, सुबह 10:30 बजे SDM कार्यालय पौंटा साहिब में होगा।