ये कैसा विकास : पांवटा साहिब के अस्पतालों में बैड तो बढ़े, लेकिन स्टाफ नही : हरप्रीत रतन
ये कैसा विकास : पांवटा साहिब के अस्पतालों में बैड तो बढ़े, लेकिन स्टाफ नही : हरप्रीत रतन
खुद ऊर्जा कट का विश्व रिकॉर्ड बना रहे ऊर्जा मंत्री, दोषी इलाके की जनता को कह रहे ? महासचिव
न्यूज़ देशआदेश पांवटा साहिब
विधानसभा क्षेत्र पांवटा साहिब में लंबे संघर्ष के बावजूद स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत में कोई सुधार नहीं आया है। यहां हड़तालों धरनों के बावजूद भी अपने कार्यकाल में भाजपा सरकार एक मात्र रेडियोलॉजिस्ट की व्यवस्था नहीं कर पाई है।
ये बात जिला कांग्रेस के निवर्तमान महासचिव हरप्रीत सिंह रतन ने पांवटा साहिब में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान कही। कांग्रेस नेता ने कहा कि हाल ही में हुई प्रदेश कैबिनेट की बैठक में पश्चात पांवटा साहिब के विधायक और प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री बेशक पांवटा साहिब के अस्पतालों में बिस्तर की संख्या बढ़ाए जाने में दावे कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई इससे अलग है।
हरप्रीत रतन ने कहा कि यहां अस्पतालों में चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ की भारी कमी है। इतना ही नहीं रेडियोलॉजिस्ट के आभाव में जरूरतमंद गर्भवती महिलाएं निजी लैब में जाने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग की हालात भी इससे अलग नही है। पहले ही स्टाफ की तंगी से जूझ रहे विभाग में पटवार सर्कल और उपतहसिलों को संख्या में बेशक इजाफा किया गया है। लेकिन जहां पहले ही पर्याप्त स्टाफ नही है वहां बढ़े हुए स्टाफ की पूर्ति कब तक की जाएगी, ये भी सरकार को स्पष्ट करना चाहिए।
एक और सरकार कम संख्या वाले स्कूलों को मर्ज करने की नीति पर काम कर रही है, वहीं ऊर्जा मंत्री नए स्कूलों की नोटिफिकेशन करवा लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इलाके में सड़कों की हालत भी अच्छी नहीं है। पेयजल और सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था का हाल भी ऐसा ही है।
पांवटा साहिब में विद्युत व्यवस्था में सुधार में नाम पर तो ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी को हालत उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जैसी है। एक तरफ जहां वे लगातार पावर का विश्व रिकॉर्ड बनाने में जुटे हैं, वहीं इसके लिए इलाके की जनता को ही दोषी ठहरा रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इलाके की जनता सब देख रही है। आने वाले विधानसभा चुनावों में इसका जवाब देगी।