ख़तरे में है गिरीपुल बांगरण की दशा व दिशा: रोशन लाल शास्त्री
ख़तरे में है गिरीपुल बांगरण की दशा व दिशा: रोशन लाल शास्त्री
वैकल्पिक मार्ग की आड़ में बर्बाद हुआ जनता का पैसा, कहीं भारी न पड़ जाए विभाग की लापरवाही
पांवटा साहिब: गिरिआर – गिरीपार क्षेत्र को जोड़ने वाला एक मात्र गिरी बांगरण पुल की हालत दयनीय है ! दिन प्रतिदिन लापरवाही से हालत और बदतर हो चुके है। जगह-जगह से पुल साइड रैलिंग भी टूटकर अलग हो गयी है। जो लगातार खतरे को बुलावा दे रहा है !
समाजसेवी रोशन लाल चौधरी ने कहा पुल की जर्जर हालत को देखते हुए लोनिवि की बड़ी लापरवाही बताई। गिरी पार क्षेत्र की 17 पंचायतों को जोड़ने वाला इस बांगरण पुल मार्ग पर भार क्षमता से कहीं अधिक वजनी सैंकड़ों वाहन बेख़ौफ़ गुजरते है। हालांकि विभाग व सरकार भी इस समस्या से विधिवत अवगत है। लेकिन मरम्मत एवं कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ती ।
इतना ही नहीं इस पुल के पार दो-दो थाना, वन थाना तथा पुलिस थाना लगते है। लेकिन कोई रोक टोक एवं कार्रवाई नहीं हुई। केवल मात्र क्षतिग्रस्त हिस्से पर झंडी व डंडी खड़ीकर तारबाढ़ किया है।
आखिर जनता की जान से खिलवाड़ क्यो ? रात्रि मे चलने वाले ट्राले मुख्य रूप से इस पुल के लिए हानिकारक है ! जब तक जनता ने चक्का जाम नही किया तब ट्राले चलने का समय भी निर्धारित नही किया गया था ! पुल की क्षमता कम है लेकिन रात्रि मे ट्राले ओवर लोडेड चलते है जो की क्षमता से भी ज़्यदा है ! रोशन लाल शास्त्री ने मीडिया के माध्यम से प्रशासन से जल्द से जल्द पुल की रेलिंग मुर्रमत की अपील की है ताकि जान माल की होने से बचा जा सके!
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सूत्रों की माने तो बागंरन पुल की मुरम्मत के लिए इसी वर्ष करीब डेढ करोड रुपये स्वीकृत किए थे। इतना ही नहीं लोनिवि ने जुलाई 2022 में पुल की मुरम्मत हेतु रास्ता भी डायर्वट किया था। लेकिन एक सप्ताह से भी पहले मरम्मत का कार्य बंद हो गया, वहीं इसी बरसात में गिरी नदी का जलस्तर बढ़ते ही वैकल्पिक मार्ग का भी नामोनिशान मिट गया।
चौधरी का कहना है कि बजट का सही व उचित तरीके से इस्तेमाल न हो पाने से जनता की आखों में घूल झोकने की कोशिश हो रही है। इस बजट का भी लेखा जोखा लिया जाएगा।
इस मौके पर परमजीत सिंह , बलबीर सिंह , गोपाल सिंह, अनिल कुमार , कुलदीप सिंह , प्रवीण कुमार , राज आदि मौजूद रहे !