Feb 8, 2025
HIMACHAL

प्राकृतिक खेती से तैयार हिमाचल का मक्की आटा देशभर में बिकेगा, डिपुओं के बाद अब ऑनलाइन भी मिलेगा

Himachal: प्राकृतिक खेती से तैयार हिमाचल का मक्की आटा देशभर में बिकेगा, डिपुओं के बाद अब ऑनलाइन भी मिलेगा

Himachal maize flour prepared through natural farming will be sold across the country

प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की का आटा अब देशभर में बिकेगा। डिपुओं के बाद अब हिमभोग मक्की आटा ऑनलाइन भी बिक्री के लिए उपलब्ध होगा। हाल ही में लॉन्च हई ग्रामीण विकास विभाग द्वारा विकसित ई-कॉमर्स वेबसाइट हिम ईरा पर जल्द इसकी बिक्री शुरू कर दी जाएगी। हिमईरा वेबसाइट पर अभी तक 90 फीसदी ऑर्डर दूसरे राज्यों से आए हैं। हिमाचल के मुकाबले दूसरे राज्यों के लोग प्राकृतिक तरीके से तैयार उत्पादों को खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की के आटे की मांग बढ़ती जा रही है। डिपुओं में सप्लाई पहुंचते ही आटे की पैंकिग हाथोंहाथ बिक गई।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इस आटे को पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए ग्रामीण विकास विभाग और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने आपस में समझौता किया है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में जो लोग डिपुओं में आटा खरीदने नहीं जा सकते, वे घर बैठे ऑनलाइन हिमभोग आटे को मंगवा सकते हैं। डिपुओं में यह आटा 50 रूपये प्रतिकिलो के हिसाब से बिकता है। वेबसाइट पर बिक्री के लिए अभी इसके दाम तय किए जाएंगे।

स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद वेबसाइट पर उपलब्ध
ग्रामीण विकास विभाग से प्रदेश के 44 हजार स्वयं सहायता समूहों से 3,50,000 से अधिक ग्रामीण महिलाएं जुडी हुई हैं। इस वेबसाइट पर इन सभी महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों को बेचा जाएगा। वहीं इससे स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को वैश्विक मंच उपलब्ध होगा, जिससे ग्रामीण कारीगरों और उद्यमियों के उत्पादों को विस्तार मिलेगा और ऑनलाइन बिक्री के माध्यम से उनकी आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी।

पंद्रह दिन में शुरू हो जाएगी ऑनलाइन बिक्री
जल्द ही हिमईरा वेबसाइट पर प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की का आटा बिकना शुरू हो जाएगा। अभी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के साथ इसके लिए अंतिम चरण की बातचीत चल रही है। 15 दिनों बाद इसकी ऑनलाइन बिक्री भी शुरू कर दी जाएगी। इसके साथ और भी नए प्रोडक्ट को बिक्री के लिए वेबसाइट में जोड़ा जाएगा- कल्यानी गुप्ता, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ग्रामीण विकास विभाग