Oct 18, 2024
CRIME/ACCIDENT

चालक का पहले गला घोंटा, पत्थर से चेहरा बिगाड़ा और नहर में फेंक दिया

पंजाब के दो युवकों को मनाली घुमाने ले गए टैक्सी चालक की हत्या हुई है।

Two accused arrested from Punjab in missing taxi driver case

शिमला से पंजाब के दो युवकों को मनाली घुमाने ले गए टैक्सी चालक की हत्या हुई है। जिन युवकों को वह घुमाने ले गया था, उन्होंने 15 हजार रुपये के लिए उसकी जान ले ली। पता चला है कि मनाली घुमाने के बाद लौटते समय उन्होंने बिलासपुर में वारदात को अंजाम दिया।

 

 

 

 

आरोपियों ने टैक्सी चालक को बिलासपुर में चाय पीने के बहाने रुकवाया। उसके बाद अपहरण करके गाड़ी में पहले चालक का गमछे से गला घोंटा। बाद में पत्थर मार कर चेहरा बिगाड़ दिया। इसके बाद शव को किरतपुर ले गए और नहर में फेंक दिया। शनिवार को पुलिस आरोपियों को पंजाब के मलेरकोटला और मुल्लांपुर से गिरफ्तार कर बरमाणा ले आई है। पहचान जसकरन जोत (20) निवासी गांव व डाकघर गुरम तहसील डेहलों लुधियाना और गुरमीत सिंह(27) निवासी गांव एवं डाकघर गुरम तहसील डेहलों लुधियाना के रूप में हुई है।

 

प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों ने टैक्सी चालक के पास 500-500 रुपये के कई नोट देखे। उसके बाद हत्या का प्लान बनाया। पुलिस के मुताबिक रास्ते में चाय पीने के बाद टैक्सी चालक का उन्होंने अपहरण किया और परिचालक की सीट पर बैठाया। कार को एक आरोपी खुद चलाने लगा और दूसरा पिछली सीट पर बैठ गया। घागस के आसपास उन्होंने चालक का परने (गमछे) से गला घोट कर हत्या कर दी।

 

 

 

इसके बाद सड़क किनारे पत्थर मार कर चेहरा बिगाड़। पीछे की सीट पर लेटा कर किरतपुर ले गए, जहां नहर में शव को फेंक दिया। बता दें कि टैक्सी चालक हरि कृष्ण निवासी गांव डोलरू डाकघर डोली तहसील रामशहर जिला सोलन के बेटे देशराज ने शिमला के सदर थाना में पहले जीरो एफआईआर कराई थी। मामला बरमाणा थाना में ट्रांसफर किया गया।

देशराज के मुताबिक 24 जून को उनके पिता पंजाब के दो व्यक्तियों को शिमला से टैक्सी में मनाली ले गए। 25 जून को वह दोनों पर्यटकों के साथ मनाली से लौट रहे थे। 25 जून रात करीब 8:20 मिनट पर उनकी घर पर बात हुई और उन्होंने बताया कि बरमाणा पहुंच गया हूं। सवारियां बिलासपुर छोड़कर गांव आऊंगा। कुछ देर बाद फिर पिता को फोन किया, लेकिन जवाब नहीं मिला। उसी रात को मोबाइल बंद हो गया। 26 जून को पिता की तलाश में दाड़लाघाट, भराड़ी घाट और बरमाणा की ओर गए। भराड़ी घाट-कयारड़ा पेट्रोल पंप के सीसीटीवी में पिता की टैक्सी देखी गई।

उन सवारियों में से एक व्यक्ति टैक्सी चलाकर लाया और दूसरा भी साथ ही था। लेकिन पिता नहीं दिखे। पिछली सीट पर कोई व्यक्ति लेटा दिखाई दिया। डीएसपी मुख्यालय मदन धीमान के नेतृत्व में बनी जांच टीम ने शुक्रवार को टैक्सी लुधियाना से ढूंढी। उसमें खून के धब्बे भी मिले थे। तभी से अनहोनी का अंदेशा जताया जा रहा था।

 

 

 

आरोपियों की पहचान पहले कर ली गई थी, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर भागते रहे। डीएसपी मदन धीमान ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है। दोनों पर पहले से कोई क्रिमिनल केस नहीं है।

जिला शिमला की टैक्सी यूनियनों के पदाधिकारी डीसी से मिले
जिला शिमला की विभिन्न टैक्सी यूनियनों के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को डीसी  व पुलिस अधीक्षक शिमला से मिला। इस दौरान पदाधिकारियों ने 25 जून को शिमला के टैक्सी मालिक हरिकिशन की हत्या को लेकर प्रशासन के समक्ष अपना विरोध प्रकट किया।
यूनियनों के पदाधिकारियों ने प्रशासन से मांग की है टैक्सी सेवाओं से जुड़े लोगों को सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए। लगातार टैक्सी चालकों और मालिकों के साथ मारपीट हो रही है और अब तो सरेराह हत्या तक टैक्सी मालिक की कर दी गई है। टैक्सी मालिक की हत्या करके उसकी गाड़ी को लेकर पंजाब पहुंच गए और प्रशासन को इस बारे में कोई भी भनक नहीं लगी।
यह प्रशासन की नाकामी है। यूनियन ने प्रशासन से आग्रह किया है कि हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को मुआवजा देकर राहत प्रदान की जाए।
 साथ ही आए दिन बाहरी राज्य से आए टैक्सी चालकों के साथ स्थानीय शरारती तत्वों द्वारा मारपीट करना, प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है, जिससे आज हिमाचल के हर कोने के टैक्सी चालकों के साथ बाहरी राज्यों में मारपीट व गाड़ी तोड़ने जैसी वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। वहीं प्रशासन ने यूनियन के पदाधिकारियों को विश्वास दिलाया कि इस मामले में जल्द सख्त कार्रवाई की जाएगी और आने वाले समय में ऐसे ही घटनाएं न हो इसके लिए पुरजोर कोशिश की जाएगी।

जबरदस्ती चंडीगढ़ तक छोड़ने की बात कर रही थीं सवारियां
टैक्सी चालक हरिकृष्ण की हत्या के मामले में मृतक के चचेरे भाई संतोष कुमार ने बताया कि उनके भाई ने उन दोनों सवारियों को बिलासपुर छोड़कर घर आने की बात कही थी।
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी जांच में पता चला है कि घाघस से पंचवटी होटल तक आने के लिए टैक्सी को करीब 55 मिनट का समय लगा है, जबकि वहां पर टैक्सी 5 से 7 मिनट में पहुंच सकती है। संतोष कुमार ने आशंका जताई है कि दोनों सवारियां उनके भाई को जबरन चंडीगढ़ तक छोड़ने की बात कर रही थीं, जिसे लेकर उनमें कोई कहासुनी हुई होगी और उन्होंने उनके भाई की हत्या कर दी।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी में यह भी ट्रेस हुआ है कि वह बिलासपुर जाने की बजाय भराड़ीघाट की तरफ लौट आए थे। भराड़ीघाट के एक पेट्रोल पंप पर उनकी सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिली है।
उन्होंने कहा कि वह दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं, जिससे दोबारा से कोई इस तरह की घटना को अंजाम न दे सके। उन्होंने कहा कि इस हत्या से पूरा क्षेत्र सदमे में है।
हिमाचल जैसे शांत वातावरण में इस तरह की घटनाएं होना अपने आप में एक बड़ा सवाल है।

सरकार सुरक्षा मुहैया करवाए, वरना पंजाब का बहिष्कार : राजेंद्र ठाकुर
ऑल हिमाचल कामर्शियल व्हीकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने प्रदेश सरकार से हिमाचल के टैक्सी चालक की पंजाब के सैलानियों की ओर से की गई हत्या पर कड़ा रोष जताया है।
कहा कि सरकार सुरक्षा मुहैया करवाए, नहीं तो पंजाब का बहिष्कार किया जाएगा। कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने कहा है कि टैक्सी चालक की हत्या के बाद हिमाचल के टैक्सी संचालकों में डर का माहौल बना हुआ है।
खुलेआम टैक्सी चालक का शव राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे नहर में फेंकना चिंता का सबब है। कमेटी ने प्रदेश सरकार से टैक्सी चालकों को सुरक्षा उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है।
पिछले दिनों में भी पंजाब के लोगों ने हिमाचल के कुछ टैक्सी संचालकों के साथ कई स्थानों पर दुर्व्यवहार किया है। अगर यह घटनाएं नहीं रुकतीं तो हिमाचल के टैक्सी संचालकों को मजबूरन पंजाब का बहिष्कार करना पड़ेगा।